नई दिल्ली :हिंदी भाषा में 'मैं जब तक आई बाहर के लिए प्रसिद्ध कवयित्री गगन गिल और अंग्रेजी में 'स्पिरिट नाइट्स के लिए ईस्टरिन किरे समेत 21 भारतीय भाषाओं के रचनाकारों को वर्ष 2024 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा बुधवार को की गई। अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गिल को उनके कविता संग्रह 'मैं जब तक आई बाहर के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित जाएगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी में किरे को उनके उपन्यास 'स्पिरिट नाइट्स के लिए तथा मराठी में सुधीर रसाल को उनकी आलोचना 'विंदांचे गुद्यरूप के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। राव के मुताबिक, इनके अलावा संस्कृत में दीपक कुमार शर्मा (कविता संग्रह), राजस्थानी में मुकुट मणिराज (कविता संग्रह), पंजाबी में पॉल कौर (कविता संग्रह), कश्मीरी में सोहन कौल (उपन्यास) और गुजराती में दिलीप झावेरी (कविता संग्रह) को पुरस्कृत किया जाएगा। सचिव ने बताया कि मैथिली में महेंद्र मलंगिया (निबंध), मणिपुरी में हाओबम सत्यबती देवी (कविता संग्रह), असमिया में समीर तांती (कविता संग्रह), बोडो में अरन राजा (कविता संग्रह), नेपाली में युवा बराल (कहानी), ओडिया में बैष्णब चरण सामल (निबंध), कोंकणी में मुकेश थली (निबंध), संथाली में महेश्वर सोरेन (नाटक), सिंधी में हूंदराज बलवाणी (कहानी), तमिल में ए. आर. वेंकटचलपति (शोध), कन्नड़ में केवी नारायण (आलोचना), मलयालम में के. जयकुमार (कविता संग्रह) और तेलुगु में पेगुगोंडा लक्ष्मीनारायण (साहित्यिक आलोचना) को प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा जाएगा।