बगिया में पौधा मुरझाया तो सूख जाएगी छुट्टी। जी हां, बिजनौर के मंडावली थाने तैनात पुलिसकर्मियों के अवकाश का नाता पौधों की हरियाली से जुड़ा हुआ है। इस अनूठी पहल से मंडावली पुलिस कानून के संग संग पर्यावरण की रखवाली भी कर रही है। दरअसल, इस थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को अपने नाम का एक पौधा लगाना होता है। जिस पर उनकी नेम प्लेट भी लगी होती है। अगर कोई पुलिसकर्मी अवकाश पर जाता है तो संस्तुति से पहले उसके पौधे को देखा जाता है कि सूखा तो नहीं है। जिले में साल दर साल बड़े स्तर पर पौधारोपण किया जाता है।
पर्यावरण संरक्षण के नाम पर तमाम जागरूकता अभियान चलते हैं। लेकिन पौधारोपण के बाद पौधों की सुध नहीं लीजाती। जिस वजह से पौधे सूख जाते हैं, या उनकी परवरिश नहीं होती। हालांकि मंडावली थाने में अलग ही नजीर बन रही है। थाना परिसर में एक बगिया बनाई गई है। जिसमें नीम, आंवला, आम समेत तमाम प्रजातियों के पौधे लगे हैं। इस थाने में जब कोई पुलिसकर्मी ट्रांसफर होकर आता है तो उसे बगिया में एक पौधा लगाना जरूरी है। इस पौधे के पास ही उसके नाम की पट्टी लगा दी जाती है। इनके अलावा जब कोई अधिकारी थाने में निरीक्षण के लिए पहुंचता है तो उनसे भी पौधा लगवाया जाता है।
थाने में होमगार्ड से लेकर एडीजी तक के पौधे लगे हैं। हालांकि अधिकारियों के पौधे की देखभाल भी सिपाही ही करते हैं। वहीं अपने नाम के पौधे की देखभाल करना सभी सिपाही और दरोगाओं की जिम्मेदारी है। हर रोज पानी देना होता है। सिर्फ इतना ही नहीं अगर कोई पुलिसकर्मी अवकाश की संस्तुति कराने के लिए थानाध्यक्ष के पास पहुंचता है तो पहले उसके पौधे की जानकारी ली जाती है। अगर पौधा सूखा मिला तो अवकाश नहीं मिलता। वहीं उसे दूसरा पौधा लगाना पड़ता है। पर्यावरण ही नहीं बल्कि मंडावली पुलिस स्वच्छता को लेकर भी सजग बनी हुई है।