मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने शुक्रवार को मैट्रिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा संसद के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया और परीक्षाओं के संदर्भ में सलाह- मशविरा की। मुख्यमंत्री के परामर्श के आधार पर सेबा ने निर्णय लिया कि इस बार मैट्रिक में सिर्फ अंग्रेजी, गणित, विज्ञान तथा समाज विज्ञान इन चार विषयों की ही परीक्षा आयोजित की जाएगी। आधुनिक भारतीय भाषा तथा कोई ऐच्छिक विषयों की परीक्षा नहीं होगी। परीक्षाथियों को पूरा सिलेबस पढ़ना होगा। प्रत्येक विषय का प्रश्नपत्र के लिए कुल अंक 25 और समय 1 घंटा 15 मिनट होगा। लड़के और लड़कियों के लिए प्रश्न पत्र अलग-अलग होंगे। बताया गया है कि कोविड संक्रमण से बचने के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है। उच्चतर माध्यमिक शिक्षा संसद ने निर्णय लिया है कि इस बार एचएस की परीक्षा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से राज्य का आपदा प्रबंधन विभाग आयोजित करेगा। विज्ञान शाखा की परीक्षा में भौतिक विज्ञान तथा रसायन विज्ञान अनिवार्य विषय होंगे। इसके अलावा जो परीक्षार्थी इंजीनियरिंग में प्रवेश लेना चाहते है, उन्हें गणित तथा जो मेडिकल में प्रवेश लेना चाहते उन्हें जीवविज्ञान विषय की परीक्षा में बैठना पड़ेगा। वाणिज्य के परीक्षार्थियों के लिए 3 विषय होंगे जिनमें एक अनिवार्य और शेष दो विषय ऐच्छिक होंगे। कला शाखा के परीक्षार्थियों को अंग्रेजी या आधुनिक भारतीय भाषा में से किसी एक को अनिवार्य विषय के रूप में लेना पड़ेगा। शेष सात विषयों में से उन्हें कोई दो विषय चुनना होगा। मालूम हो कि सेबा और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा संसद अपनी-अपनी परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र तथा उत्तर बही की व्यवस्था करेंगे। मुख्यमंत्री के अनुसार परीक्षाएं आगामी 15-20 जुलाई में आयोजित होगी।