पर्यावरण हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। पर्यावरण जितना स्वस्थ होगा हमारा जीवन उतना ही सुरक्षित और खुशहाल होगा। कई तरीकों से हम अपने पर्यावरण की स्थिती में सुधार कर सकते हैं।

पुन:निर्माण और उसका उपयोग: पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले बहुत सारे कचरों में डंप की गई बहुत सी घरेलू सामग्रियां होती हैं जो कि घरेलू उपयोग में नहीं होती हैं, जैसे कि प्लास्टिक और कांच की बोतेलें, टिन के डिब्बे, टूटे हुए कम्प्यूटर, या अन्य प्लास्टिक की चीजें, कपड़े, इत्यादि। ये सारे अपशिष्ट पदार्थ मिट्टी और पानी में पहुच जाते हैं। वे वहां वर्षों तक रहते हैं और उन्हें प्रदूषित करते हैं और उनकी गुणवत्ता को हानी पहुंचाते हैं। यदि हम इन्हें पर्यावरण में फेंकने के बजाय इन्हें फिर से रीसायकल करने के आसान से तरीके को अपनाते हैं तो हम पर्यावरण को बचाने की दिशा में एक बड़ा काम कर सकते हैं।

पेड़ों की रक्षा करें: पेड़ इस ग्रह के फेफड़े की तरह हैं। यह पर्यावरण के बहुत ही आवश्यक सदस्य हैं। यह फिल्टर की तरह कार्य करते हैं और किसी भी जगह के हवा की गुणवत्ता को उच्च बनाए रखने का कार्य करते हैं। ये कार्बन डाइऑक्साइड का सेवन करते हैं और जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं। पेड़ों को बनाए रखने के लिए लाखों जीवन रुपों का उल्लेख करने की आवश्यकता नही है। ये केवल पक्षियों, कीड़े, सरीसृप इत्यादि पर ही जीवित रह सकते हैं। हम जितने ही अधिक पेड़ों की रक्षा करेंगे, हम पर्यावरण के स्वास्थ्य सुधार में उतना ही योगदान कर सकेंगे।

कूड़ा न फैलाएं : आप में से कितने ही लोगों ने समुद्र के तटों पर, स्मारकों और बाजारों वाली जगहों पर प्लास्टिक की थैलियों, बोतलों, खाने के पैकेटों आदि को देखा होगा।इस प्रकार के कूड़े साधारणत: सड़ते हैं और हमारे पर्यावरण को बहुत ही ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि हम कूड़ा न करें। कचरे को कूड़ेदान में डालने की आदत को अपनाएं।

शिक्षित और प्रेरित करें : हम सभी शिक्षित हैं। पर्यावरण को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं इसके लिए  हम दूसरे लोगों को जागरूक कर सकते हैं। युवाओं और बच्चों को सिखाने या पढ़ाने पर विशेष रूप से जोर देना चाहिए। जब युवा बच्चों को पर्यावरण के मूल्यों के बारे में बताया और सिखाया जाता है तो बड़े होने पर वो इनके महत्व को अच्छी तरह से समझते हैं। हमें दूसरों को पेड़ लगाने और स्वच्छता अभियान के आयोजनों के लिए प्रेरित करने की अधिक आवश्यकता है। पर्यावरण का संरक्षण और सुरक्षा हम सभी मनुष्यों के ही हाथों में है। इस धरती पर केवल इंसान ही इसके लिए पहल कर सकता है और पर्यावरण को बचा सकता है, जिससे कि इस ग्रह पर जीवन की रक्षा होगी।