देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी आ गई है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार एक दिन में कोविड़-19 के 33,750 मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,49,22,882 हो गई है। 123 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,81,893 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 22,781 की वृद्धि दर्ज की गई है। अभी तक कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के कुल 1700 मामले सामने आए हैं, जिसमें 639 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। ओमिक्रोन ने अभी तक 23 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों को अपनी चपेट में ले लिया है। कोरोना से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र प्रभावित है। उसके बाद दिल्ली का नंबर आता है जहां एक दिन में चार हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं। आम जनता के साथ-साथ बॉलीवुड के सितारे के साथ राजनीतिज्ञों एवं अन्य कई क्षेत्रों हस्तियां भी कोरोना की चपेट में हैं। अभी तक देश में लगभग 90 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 65 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी कोरोना की गंभीरता के प्रति दुनिया को सावधान किया है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख का कहना है कि अगर सावधानी बरती जाए तो वर्ष 2022 में कोरोना पर काबू पाया जा सकता है। नरेन्द्र मोदी सरकार संभावित कोरोना की तीसरी लहर से पहले राज्यों को पूरी तरह अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को इस बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते दर को देखते हुए महाराष्ट्र, दिल्ली, गोवा, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा जैसे राज्यों में स्कूलों को बंद करने का फरमान जारी करना शुरू कर दिया है। असम में स्थिति अभी उतनी खराब नहीं है, किंतु राज्य सरकार नाइट कर्फ्यू देने तथा सावधानी बरतने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। पूरे देश की तरह असम में भी आज 3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष आयु के किशोर-किशोरियों के लिए वैक्सीन देने का काम शुरू किया गया है। राज्य में अभी इस श्रेणी में लगभग 20 लाख किशोर-किशोरियां हैं। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने सोमवार को असम के दुलियाजान में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जबकि स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत ने गुवाहाटी महानगर में वैक्सीनेशन कार्यक्रम आगे बढ़ाया। कृषि मंत्री अतुल बोरा, मंत्री संजय किसान, पंचायत विकास मंत्री रंजीत कुमार आदि ने कई जगहों पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत की। एक सप्ताह के भीतर इस कार्यक्रम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।  आगामी 10 जनवरी से स्वास्थ्यकर्मियों तथा 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को बूस्टर डोज देने का काम शुरू किया जाएगा। इस तरह देश के अन्य राज्यों में भी वैक्सीन देने का काम जोर-शोर से चल रहा है। अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर पहले से ही प्रतिबंध लगा हुआ है। कोरोना पर काबू पाने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा। केवल सरकारी पहल से काम नहीं चलेगा, बल्कि आम जनता को भी जागरूक होना पड़ेगा। कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनना एवं सामाजिक दूरी का पालन करना बेहद जरूरी है।  संभावित तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए देश के स्वास्थ्य तंत्र को एक्टिव मोड में रहना होगा।