मुंबईः कोविड-19 महामारी के दौर में भी देश की शीर्ष-500 कंपनियों की पूंजी 68 फीसदी बढ़ी है। हुरून ने बृहस्पतिवार को जारी सूची में बताया कि शेयर बाजार में सूचीबद्ध शीर्ष-500 कंपनियों की पूंजी 2020-21 में 90 लाख करोड़ रुपए बढ़ी और कुल नेटवर्थ 228 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया। हुरून के मुताबिक, बीते साल 200 कंपनियों का बाजार मूल्यांकन दोगुने से भी ज्यादा बढ़ा है। 16.7 लाख करोड़ के साथ मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रही। दूसरे नंबर पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (13.1 लाख करोड़) और एचडीएफसी बैंक (9.1 लाख करोड़) तीसरे पायदान पर रही। गैर सूचीबद्ध कंपनियों में सबसे ज्यादा सीरम इंस्टीट्यूट का मूल्यांकन 127 फीसदी बढ़कर 1.8 लाख करोड़ पहुंच गया। 2021 में इन कंपनियों ने कुल 58 लाख करोड़ की बिक्री की, जो भारतीय जीडीपी का 26 फीसदी है। इतना ही नहीं इन कंपनियों ने कुल 69 लाख लोगों को रोजगार दिया है, जो देश की कुल श्रम संख्या का 1.5 फीसदी है। तेजी से कमाई करने वाली कंपनियों में स्टार्टअप की हिस्सेदारी 11 फीसदी है। 2021 में टाटा समूह ने अपनी संपत्ति में सबसे ज्यादा इजाफा किया है। समूह की 14 कंपनियों ने कुल 8.5 लाख करोड़ की पूंजी जोड़ी है।