अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि वे रात को अचानक नींद से जाग जाते हैं और फिर दोबारा सो नहीं पाते। यह एक आम लेकिन गंभीर समस्या बनती जा रही है, जिसका कारण केवल तनाव ही नहीं बल्कि शरीर और मन से जुड़े कई अन्य पहलू भी हो सकते हैं।
नींद विशेषज्ञों के अनुसार, हमारे नींद का चक्र (Sleep Cycle) कई चरणों में बँटा होता है। रात के कुछ चरणों में हम हल्की नींद में होते हैं, जहां ज़रा-सी हलचल या तनाव हमें जगा सकता है। लेकिन जब यह रोज़ाना होने लगे, तो यह किसी गहरी वजह की ओर संकेत करता है।
आधी रात को अचानक जागने के प्रमुख कारण:
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तनाव और चिंता :दिमाग जब सोने के बाद भी पूरी तरह शांत नहीं होता, तो वह अचानक नींद में बाधा डाल सकता है।
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स्वास्थ्य समस्याएं:थायरॉइड, ब्लड शुगर, एसिडिटी, या यूरिन संबंधी समस्याएं भी व्यक्ति को रात में जगा सकती हैं।
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नींद संबंधी विकार :जैसे स्लीप एपनिया (नींद के दौरान सांस रुकना), रेस्टलेस लेग सिंड्रोम, या अनिद्रा।
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अनियमित दिनचर्या:देर रात तक स्क्रीन देखना, कैफीन या अल्कोहल का सेवन भी नींद में खलल डालता है।
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भावनात्मक अस्थिरता:कोई डरावना सपना, अनजाना डर या अवचेतन में दबे भाव भी व्यक्ति को जगा सकते हैं।
समाधान क्या है?
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सोने से पहले ध्यान, प्राणायाम या हल्का संगीत सुनना
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सोने-जागने का एक तय समय बनाना
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कैफीन या भारी भोजन से बचना
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रात में मोबाइल/टीवी का प्रयोग सीमित करना
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ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से नींद परीक्षण (Sleep Study) कराना
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। नींद का सीधा संबंध मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य से होता है।