यहां स्थित है — श्री सुवर्चला सहिता हनुमान मंदिर, देश का एकमात्र ऐसा मंदिर जहां बजरंगबली के साथ उनकी पत्नी देवी सुवर्चला की पूजा होती है।
हनुमान जी ने क्यों किया विवाह?
तब सूर्य देव ने उपाय बताया
“विवाह करो मेरी पुत्री सुवर्चला से।”
ज्ञान के लिए हनुमान जी ने यह प्रस्ताव स्वीकार किया, लेकिन उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया कि “मैं विवाह कर लूंगा, पर ब्रह्मचर्य नहीं छोड़ूंगा।”
इस मंदिर की खासियत क्या है?
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2006 में बना, लेकिन मान्यता हजारों वर्षों पुरानी कथा पर आधारित है।
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हनुमान जी के साथ उनकी पत्नी देवी सुवर्चला की संयुक्त पूजा होती है।
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मान्यता है कि यहां पूजा करने से विवाह में आ रही अड़चनें, रोजगार की बाधाएं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
क्तों के लिए आस्था का केंद्र
यह मंदिर अब उन लोगों के लिए उम्मीद और समाधान का केंद्र बन चुका है जो जीवन में स्थिरता, सफलता और सकारात्मक ऊर्जा चाहते हैं।
श्री सुवर्चला सहिता हनुमान मंदिर, एलंदु गांव, खम्मम जिला, तेलंगाना
एक ऐसा विवाह जो सिर्फ ज्ञान के लिए हुआ… और एक मंदिर जो आज भी भक्तों के जीवन में चमत्कार लाता है।