ऑयली और मसालेदार भोजन को खाने से या लंबे समय तक पेट खाली होने की वजह से कई बार एसिडिटी की समस्या हो सकती है। हम एसिडिटी को अक्सर अनदेखा कर देते हैं लेकिन यह कभी-कभी बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। एसिडिटी खट्टी डकारें, मोटापा सीने में जलन और पेट में कैंसर सेल्स के निर्माण का कारण बनती है। पेट में कैंसर ऊपरी हिस्से या निचले हिस्से में हो सकता है, जो एक जानलेवा बीमारी है। समय रहते अगर लक्षणों की पहचान ना करके इसका इलाज नहीं हो पाता है तो व्यक्ति अपनी जान से हाथ भी दो सकता है। डॉ. विशाल खुराना, डायरेक्टर, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, मेट्रो हॉस्पिटल, फरीदाबाद के अनुसार, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे बीमारियां लोगों को अपने चपेट में लेने लगती है। खासतौर पर 60 साल के बाद हमें अपने सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए और अगर किसी भी तरह की समस्या नजर आती है तो इसे इग्नोर करने के बजे डॉक्टर से मिलकर जांच कराएं। वैसे तो हार्टबर्न एक आम स्थिति है, जिसमें सीने में जलन होती है लेकिन यह बैक्टीरियल इंफेक्शन या पेट के अल्सर का भी लक्षण हो सकता है। कैंसर से पीड़ित कुछ लोगों में भी आपात सीने में जलन और एसिड रिफ्लक्स की समस्या होती है ,जिनके कारण डकारें और हिचकी भी बढ़ सकती है। गैस्ट्रिक कैंसर को अगर आप पहचान नहीं पाते हैं और उचित समय पर इसका इलाज नहीं करते तो यह धीरे-धीरे पूरे शरीर के कई अंगों में भी फैलकर जानलेवा स्थिति पैदा कर सकता है। अगर आप अक्सर ही एसिडिटी की परेशानी से जूझ रहे होते हैं तो इसकी वजह से पेट में पायलोरी संक्रमण हो सकता है, जो डीएनए को नुकसान पहुंचाता है और आगे चलकर संक्रमण के कारण पेट में कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है। पेट के कैंसर से बचने के लिए ऑयली और मसालेदार फूड से दूरी बनाएं। बढ़ते हुए वजन को कंट्रोल में रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज और बैलेंस डाइट फॉलो करें।