पूर्वांचल प्रहरी डेस्क/निज संवाददाता गुवाहाटी, लखीमपुर : असम में आश्विन महीने में भी आषाढ़ महीने की तरह तापमान ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं जो पर्यावरणविदों और मौसम विज्ञानियों के चिंता का कारण बना है। आश्विन महीने के चार दिन बीतने के बाद भी राज्य में सबसे गर्म महीने के रूप में जाने जाने वाले जेठ-आषाढ़ महीने की तरह गर्मी बढ़ती जा रही है। असम में शनिवार को तापमान ने आश्विन महीने का अब तक का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शनिवार को पूर्वोत्तर में सबसे अधिक तापमान उत्तरी लखीमपुर में 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। डिब्रूगढ़ और तेजपुर में सबसे अधिक तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुवाहाटी में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चारों शहरों में तापमान सामान्य से 6 से 7.2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। हालांकि तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक है, लेकिन वायुमंडलीय आर्द्रता और जल वाष्प अधिक होने के कारण लोगों को उत्तर भारतीय राज्यों में 51 डिग्री सेल्सियस जैसा महसूस कराता है। गर्मी के कारण राज्य भर के स्कूलों में कक्षाओं का शेड्यूल सुबह 7.30 बजे से शुरू कर दिया गया है। पिछले तीन दिनों में लू के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। आश्विन के महीने में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। इस तगड़ी हिटवेव के चलते लखीमपुर में शनिवार को चार लोगों को मौत होने की जानकारी मिली है। मृतकों की पहचान सुनील कश्यप (46), चंपावती फुकन (57), सोनाराम राजखोवा (70) और पम्पी पायेंग (14) के रूप में की गई है। जानकारी के अनुसार सुनील काश्यप की मौत उनके घर पर ही हुई। वे सांस लेने में परेशानी महसूस कर रहे थे तो उन्हें तत्काल लखीमपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। वहीं चंपावती फुकन नामक महिला की मौत राजगढ़ तारियानी में हुई। वे रात में सो रही थी और उमस भरी गर्मी उनकी मौत की वजह बताई जा रही है। इसके अलावा 70 वर्षीय सोनाराम राजखोवा नामक व्यक्ति की मौत घास काटते समय हुई। इधर पम्पी पायेंग नामक 14 साल की छात्रा की मौत नाउबैसा तेलाही मध्य इंग्लिश स्कूल में हुई। पम्पी शनिवार सुबह स्कूल की प्रार्थना सभा में बेहोश हो गई थी और बाद में उसकी मौत हो गई। लखीमपुर में चौबीस घंटे के भीतर चार लोगों की भीषण गर्मी से मौत होने के बाद लोगों सहमे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व बृहस्पतिवार को लखीमपुर के ही एक युवक की मोरान में गर्मी के चलते मौत हो गई थी। लखीमपुर जिले के तिनिकुरिया सोनारी गांव का निवासी नवीन हजारिका मोरान के एएसटीसी बस अड्डे के समीप एक चाय दुकान के पास कुर्सी पर बैठा था और अचानक जमीन पर गिरने से उसकी मौत हो गई थी। इधर जोरहाट के कार्मेल स्कूल में भी शुक्रवार को छठी कक्षा के एक छात्र बेहोश हो गया था। इस बीच, बोरझार स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि बंगाल सागर में हालिया मौसम की घटनाओं के कारण शनिवार सुबह से हवा के साथ बादल त्रिपुरा के रास्ते बराक घाटी में प्रवेश किया, जिससे बराक घाटी के अधिकांश हिस्सों में तापमान में गिरावट आई। पिछले तीन दिनों से लगातार 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान रहे सिलचर शहर में शनिवार को अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं दूसरी ओर शनिवार को राज्य के कई अन्य शहरों में अधिकतम तापमान इस प्रकार रहा, जोरहाट में तापमान सामान्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 36.8 डिग्री सेल्सियस, धुबड़ी में सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 36.8 डिग्री सेल्सियस हो गया। इसी अवधि के दौरान पूर्वोत्तर के स्कॉटलैंड कहे जाने वाले शिलांग शहर में अधिकतम तापमान सामान्य से 6.7 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 29.9 डिग्री सेल्सियस हो गया। इस दौरान जैसा कि क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को पूर्वानुमान लगाया था, शनिवार दोपहर भीषण गर्मी के बाद करीब दो बजे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आसमान में बादल छा गए। पिछले चार दिनों की तुलना में शनिवार दोपहर तीन बजे के बाद तापमान में थोड़ी गिरावट आई। हालांकि मौसम विज्ञान विभाग के कार्यालय ने कहा कि रविवार से राज्य के कई हिस्सों में आसमान में बादल छाए रहेंगे। मौसम कार्यालय ने सोमवार के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की भी भविष्यवाणी की है। अगर मौसम विभाग का अनुमान सच हुआ तो लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।