पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता गुवाहाटी : आश्विन माह के तीन दिन बीत जाने के बाद भी राज्य में जेठ-आषाढ़ माह की तरह गर्मी जारी है। डेढ़ दशक पहले तक आमतौर पर आश्विन महीना शुरू होने से पहले दोपहर के बाद गर्मी कम हो जाती थी और जब बारिश होती थी तो रात में थोड़ी सर्दी की मिठास का अहसास होता था। हालांकि, ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन और वर्षा में अपेक्षाकृत कमी के कारण राज्य में तापमान फिर से बढ़ गया है। यहां तक कि सुबह के 10 बजे ही जेठ-आषाढ़ के महीने जैसा भारी दोपहरी का माहौल अनुभव होता है। इस बीच 16 सितंबर से राज्य भर में गर्मी का प्रकोप जारी है। गर्मी इतनी भीषण है कि पिछले दो दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों के कई स्कूलों में पढ़ाते समय छात्रों के बेहोश होने की कई घटनाएं हुई हैं। गर्मी के कारण एक युवक की मौत की भी खबर है, वहीं दूसरी ओर भीषण गर्मी के कारण असम सर्व शिक्षा अभियान मिशन, कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले के समन्वयक ने शुक्रवार को गुवाहाटी महानगर में अगली सूचना तक स्कूलों में सुबह 7,30 बजे पढ़ाई शुरू करने और दोपहर 12.30 बजे तक पढ़ाई खत्म करने की आपातकालीन निर्देश जारी किए। यह आपातकालीन निर्देश राज्य के सभी जिलों में आयुक्त द्वारा जारी कर दिया गया है। शुक्रवार को पूर्वोत्तर के सिलचर में तापमान रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। गुरुवार की तरह शुक्रवार को भी सिलचर का अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 6.1 डिग्री सेल्सियस अधिक था। गुवाहाटी में अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 38 डिग्री सेल्सियस हो गया। भले ही तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो, लेकिन वायुमंडलीय आर्द्रता तथा जलवाष्प की मात्रा अधिक होने के कारण यहां के लोग उत्तर भारत के राज्यों में जब तापमान 51 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो लोगों को कैसा महसूस होता है वैसा ही महसूस करते हैं। हालांकि, मौसम विज्ञान विभाग ने 22 सितंबर के बाद असम के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है। बारिश होने पर तापमान में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है।