पूर्वांचल प्रहरी संवाददाता गुवाहाटी : असम पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले के सिलसिले में रील अभिनेत्री सुमी बोरा और तर्किक बोरा सहित 22 आरोपियों को लुक आउट नोटिस जारी किया है। जिन आरोपियों को लुक-आउट नोटिस जारी किया गया था,उन्हें संबंधित जांच एजेंसियों के सामने पेश होने का आदेश दिया गया है। पुलिस ने घोषणा की है कि अगर आरोपी संबंधित जांच एजेंसियों के सामने पेश नहीं हुए तो वे उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेंगे। ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। आईजीपी संयुक्ता पराशर के नेतृत्व में एसआईटी टीम सीआईडी ऑनलाइन शेयर मार्केटिंग और ट्रेडिंग घोटालों के मामलों की जांच करेगी। एसआईटी टीम में दो सीआईडी पुलिस अधीक्षक, तीन पुलिस निरीक्षक और डिब्रूगढ़ जिला अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सृजल अग्रवाल शामिल हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले की जांच एसआईटी शुरू कर चुकी है। एसआईटी प्रदेश भर में दर्ज मुकदमों के दस्तावेज जुटा रही है। असम पुलिस ने कहा कि एसआईटी टीम वित्तीय विशेषज्ञों की सहायता लेगी। उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन टेडिंग घोटाले मामले में मुख्यमंत्री ने असम पुलिस द्वारा एसआईटी के गठन की घोषणा की थी। डीजीपी जीपी सिंह ने कल घोषणा की कि डिब्रूगढ़ पुलिस स्टेशन में दर्ज मामला संख्या 352/2024 को सीआईडी को स्थानांतरित कर दिया गया है। अवैध निवेश के पूरे मामले की जांच एसआईटी करेगी। सीआईडी के एडीजीपी और आईजीपी ने अवैध मनी लॉन्डि्रंग मामलों की जांच के लिए 14 एसआईटी का गठन किया है। मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि असम पुलिस ने अवैध ऑनलाइन ट्रेडिंग के मामलों को देखने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। ईडी और आयकर विभाग को भी जांच से जोड़ा गया है। जिला स्तर पर जांच जिला पुलिस कर रही है और मुख्यालय स्तर पर सीआईडी मामले की निगरानी कर रही है। उल्लेखनीय है कि विशाल फुकन को पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद कल अदालत में पेश किया गया। अदालत ने फिर से पुलिस हिरासत में देने से इनकार करने पर विशाल फुकन को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया गया। विशाल फुकन से 6 दिनों तक पूछताछ की गई, लेकिन पुलिस के मुताबिक पूछताछ में विशाल ने सुमी बोरा के बारे में कुछ नहीं बताया। विशाल के बाद एक्ट्रेस और डांसर सुमी बोरा करोड़ रुपए के घोटाले में फंसी थीं। विशाल की गिरफ्तारी के बाद से सुमी बोरा समेत अन्य आरोपी फरार हैं। इस सिलसिले में डीजीपी जीपी सिंह ने कहा कि आरोपियों को नोटिस भेज दिए गए हैं। नोटिस के बाद भी नहीं आए तोउचित कार्रवाई होगी। अगर उनके खिलाफ साक्ष्य मिले तो उचित कार्रवाई की जाएगी चाहे वह एक्स, वाई, जेड कोई भी हो, सभी को कानून के दायरे में आना ही होगा। इस मामले को असम पुलिस ने संज्ञान लेकर अपनी ओर से दर्ज किया है।