गुवाहाटी : जाम की समस्या के चलते ट्रेन आने पर रेल फाटक भी बंद करना मुश्किल हो जाता है। गुवाहाटी के फैंसी बाजार तीन नंबर रेल गेट और चार नंबर रेल गेट पर जाम की जो भयंकर समस्या उत्पन्न होती है,उसके चलते लोग समय पर अपने गंतव्य स्थल पर पहुंच ही नहीं पाते। यह समस्या वाहन चालकों और राहगीरों के द्वारा स्वयं ही पैदा की जाती है। इसका एक नजारा फैंसी बाजार के चार नंबर गेट पर रोज देखने को मिल जाता है। आगे निकलने की होड़ में दुपहिया वाहन, रिक्शा, ठेला आदि गलत साइड से ओवरटेक कर निकलने की फिराक में रहते हैं।
जिसके चलते सामने आने वाले वाहन से उलझ जाते हैं। एक बार उलझे तो उसके साथ धीरे-धीरे पीछे तक वाहन आपस में उलझते चले जाते हैं। अगर किसी वाहन को पीछे हटने से जाम से थोड़ी राहत पाई जा सकती है तो वह वाहन पीछे हटने को तैयार नहीं रहता है। उसे कुछ कहते ही वह झगड़ा करने पर सामने वाले को दोष देने पर उतारू हो जाता है। गत दिनों जब 4 नंबर रेल गेट से ट्रेन गुजरने वाली थी तब गेट कीपर ने गेट बंद करने की काफी चेष्टा की लेकिन वाहनों के आगे बढऩे की होड़ में रेल लाइन के ऊपर ही वाहन आपस में उलझ गए। काफी देर के बाद गेटकीपर ने फैंसी बाजार साइड के गेट को गिरा कर बंद कर दिया जबकि एटी रोड साइड वाले गेट को बंद करने में उसे काफी देर लगी।
अगर उस वक्त ट्रेन आ जाए तो एटी रोड साइड वाले गेट पर खड़े वाहन दुर्घटना की चपेट में आ सकते थे। 4 नंबर रेल गेट में तीन तरफ से वाहन का आना जाना रहता है। यहां किसी भी मार्ग में वनवे की व्यवस्था नहीं होने के चलते तीनों और का बोझ चार नंबर रेलवे फाटक पर ही आकर पड़ता है। साथ ही इन तीन तरफ वाले रास्तों पर दुपहिया वाहनों की पार्किंग के चलते भी सड़क का अधिकांश हिस्सा पार्किंग में चला जाता है। वाहन चालक को अपने गंतव्य स्थान में निकलने के समय जो पीड़ा होती है वह भुक्तभोगी ही समझ सकता है।
इसमें सरकार, रेल प्रशासन, अथवा स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन से ज्यादा वाहन चालक जिम्मेदार होते हैं। क्योंकि वाहन चालक किसी भी जगह यातायात की सुविधाओं वाले नियमों का पालन नहीं करते। वे आगे बढ़ाने के चक्कर में पूरे रेल गेट को इस तरह से ब्लॉक कर खड़े हो जाते हैं की दूसरी ओर से आने वाले वाहनों को मजबूरन रेल लाइन के ऊपर ही खड़ा रहना पड़ता है। जिसके चलते आधा मिनट की दूरी तय करने में आधा घंटा लग जाता है।
वाहन चालकों को इस आधे घंटे के समय के नुकसान की चिंता नहीं रहती है। उन्हें तो गलत साइड से ओवरटेक करके जल्दी पहुंचने की चिंता रहती है। मगर वह जल्दी पहुंच नहीं पाता। फिर भी इस बात से वह सबक नहीं लेता। अगर वाहन चालक इन बातों से सबक लें तो किसी को भी रेल गेट पार करने में न कोई असुविधा का सामना करना पड़ेगा और ना ही 4 गुना समय की बर्बादी ही होगी।