गुवाहाटी : उड़ने की अपेक्षा जब हम झुकते हैं तब विवेक के ज्यादा नजदीक होते हैं। फूलों की सुगंध तो केवल वायु की दिशा में फैलती है लेकिन व्यक्ति की अच्छाइयां हर दिशा में फैलती है। ऐसे ही अमृत वाक्यों की वर्षा रविवार को माछखोवा स्थित आईटीए सेंटर में  सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव ने अमृत महोत्सव को संबोधित करते हुए कही। सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव ने कहा कि इस मौके पर गुरुदेव ने असम के लोग धन्य हैं जिन्हें एक ऐसा ईमानदार राज्यपाल मिला जिनकी ईमानदारी राजस्थान की राजनीति में हर कोई जानता हैं। गुरुदेव ने कहा कि जो राम का नहीं वो किसी काम का नही।

उन्होंने कहा कि हनुमान ने दुश्मनों को मिटा दिया, भगवान महावीर ने दुश्मनी को मिटा डाला। यह ऋषि-मुनियों का देश हैं। सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव की उपस्थिति में कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके मेघालय सरकार के कैबिनेट मंत्री ए.एल. हक, समाजसेवी श्रीपाल जैन, आयोजन समिति की शुभकरण बोथरा, ब्रह्मऋषि आश्रम की ग्लोबल चेयरपर्सन सरला बोथरा, कैलाश लोहिया, कैलाश काबरा, पंकज जालान, कमल बैद, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रवि पुगलिया आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस दौरान राज्यपाल कटारिया ने सिद्धगुरु से आशीर्वाद प्राप्त किया और श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे विश्व में भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो धर्म की ध्वजा को संस्कार और सेवा के रूप में निरन्तर फहराए जा रहा है।

भारतवर्ष ने ऐसे ऋषि-मुनियों और संत-महात्माओं को जन्म दिया है जो वाकई में अष्ट सिद्धियों और नवनिधियों के ज्ञाता हैं। पौराणिक काल से ऋषि-मुनियों ने अपने तप और त्याग से जन-जन को हर आपदा से मुक्त करवाया है। विश्व धर्म चेतना मंच, श्री ब्रह्मर्षि आश्रम, तिरुपति के गुवाहाटी केंद्र के तत्वावधान में आयोजित अमृत महोत्सव में गुरुदेव के आशीर्वचन को श्रवण करने आईटीए का हॉल खचा खच भरा हुआ था। श्री ब्रह्मर्षि आश्रम की ग्लोबल चैयरमेन श्रीमती सरला बोथरा ने बताया कि गुवाहाटी में माछखोवा स्थित आईटीए सेंटर में गुरुदेव ने उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को दिव्य आशीर्वाद प्रदान किया और गुरुदेव का आशीर्वाद पाकर असमवासी आह्लादित हुए। इस दौरान आश्रम के आर्थिक सहयोग से मारवाड़ी युवा मंच को 31 जरुरतमंदों को केलिपर लिम्स लगवाने की जिम्मेदारी प्रदान की गई।

इस दौरान पत्रकार रवि पुगलिया,नवरतन बैद ने भी अपना संबोधन रखा। समारोह समिति के पंकज जालान, सुभाष सुराना, मानमल लोढा, दाऊलाल सारडा ने कैलाश काबरा, पंकज जालान, कमल बैद, सुनील कटोतिया, भगवान दास दम्मानी, निर्मल गोलछा आदि अतिथियों का स्वागत किया। समिति के अमरचंद बैद ने सिद्धगुरु के असम के आगामी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि सिद्धगुरु 11 अगस्त को ढेकियाजुली, 13 अगस्त को सिलचर व 16 अगस्त को तिनसुकिया में अपना दिव्य आशीर्वचन देने पधारेंगे। समारोह में कोलकाता के संगीतकार देवेन्द्र बेंगानी ने सभी भक्तजनों को अपने सुरीले भजनों से मंत्रमुग्ध कर दिया।