विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया  जाता है। जाहिर है इसके पीछे पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को जागरूक करना ही मकसद होता है। इस वर्ष पर्यावरण के लिहाज से इस समय थोड़ा बेहतर माहौल बना है। क्योंकि, कोरोना महामारी  के कारण पूरी दुनिया में लॉकडाइउन  है। गाडिय़ों, फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं और दफ्तर बंद होने से हवा और पानी शुद्ध हो चुके थे। लेकिन, पर्यावरण को प्रदूषित  करने का काम लोग घर बैठे भी कर सकते हैं। जी हां, अगर आप ध्यान दें तो आपको पता चलेगा कि आपके घर मे बहुत सी चीज़ें ऐसी मौजूद हैं जिनका आप रोज़ इस्तेमाल करते हैं और वे पर्यावरण को प्रदूषित भी करती हैं। प्लास्टिक : हमारे घर में और खासकर किचन में कई ऐसी चीज़ें हैं जो प्लास्टिक से बनी हुई कई चीज़ें इस्तेमाल होती हैं। स्टोरेज़ कंटेनर, प्लेट्स, चम्मच, टिफिन और फ्रिज़ में खाना स्टोर करने के लिए इस्तेमाल होने वाले डिब्बे। ये सभी चीज़ें रोज़ाना इस्तेमाल होती हैं और हम इन्हें जल्दी-जल्दी फेंक भी देते हैं। इससे, पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है।

सैनिटरी पैड्स : महिलाओं के लिए पीरियड्स के दौरान सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल करना बहुत ही कम्फर्टेबल और आसान तरीका है। लेकिन, इन्हें डिस्पोज़ करने के बाद नष्ट करना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि, सैनिटरी पैड्स में प्लास्टिक्स का इस्तेमाल होता है। इसीलिए, यह प्रदूषण बढ़ा देते हैं।

स्किन केयर प्रॉडक्ट्स : शैम्पू, लोशन जैसे स्किन केयर प्रॉडक्ट्स से लेकर कंघी, रेजऱ और अन्य ग्रूमिंग प्रॉडक्ट्स भी प्लास्टिक से बने होते हैं।  इनका इस्तेमाल करने के बाद आप इनकी खाली बोतल को फेंक देते हैं। जिससे, पर्यावरण के सम्पर्क में ज़्यादा प्लास्टिक आ जाता है।

मेकअप प्रॉडक्ट्स : जहां मेकअप प्रॉडक्ट्स की पैकिंग के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है। वहीं मेकअप ब्रश को भी प्लास्टिक से ही बनाया जाता है।  जो कि प्लास्टिक के अंबार को बढ़ाने का ही काम करता है।

डायपर्स : आपके बच्चे के लिए इस्तेमाल होने डायपर भी प्लास्टिक से बनते हैं। जिन्हें इस्तेमाल के बाद कूड़े में फेंकना पड़ता है। ये चीज़ें जल्दी नष्ट नहीं होती और पानी या ज़मीन के सम्पर्क में आकर ख़तरनाक केमिकल्स रिलीज़ करती हैं। तो पानी, मिट्टी और हवा को भी प्रदूषित करता है।

 कैसे करें प्रदूषण को कम :

-प्लास्टिक की बजाय स्टील, लोहे और तांबे के पारम्परिक बर्तनों का इस्तेमाल करें।

   -सैनिटरी पैड की जगह कपड़े से बने ऑर्गेनिक पैड्स का प्रयोग करें।

    -डिस्पोजेबल ट्रे, गिलास और चम्मचों का प्रयोग ना करें।

    -घर से निकलते हुए पानी की बोतल साथ रखें। इससे, आपको बाहर पानी नहीं खरीदना पड़ेगा और आप कम से कम एक बोतल को कूड़े में फेंककर कचरा बढ़ाने से बच सकेंगे।