पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता गुवाहाटी : केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण, वैश्विक व्यापार उपस्थिति को मजबूत करने और स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय की कई प्रमुख पहलों की शुरुआत की। ये पहल बृहस्पतिवार को मुंबई में समुद्री क्षेत्र के लिए केंद्रीय बजट में की गई प्रमुख घोषणाओं से विभिन्न संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए हितधारकों की एक बैठक के दौरान शुरू की गईं। केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भारत के प्रमुख बंदरगाहों में परिचालन को मानकीकृत और सुव्यवस्थित करने के लिए एक राष्ट्र : एक बंदरगाह प्रक्रिया (ओएनओपी) की शुरूआत की। इस कदम का उद्देश्य दस्तावेजीकरण और प्रक्रियाओं में विसंगतियों को दूर करना है, जिसके कारण अकुशलता, लागत में वृद्धि और परिचालन में देरी होती है। केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भारत के समुद्री क्षेत्र में दक्षता और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए लॉजिस्टिक्स पोर्ट परफॉर्मेंस इंडेक्स (एलपीपीआई) सागर आकलन भी लॉन्च किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि मुझे अपने  मंत्रालय की महत्वपूर्ण योजनाओं को लॉन्च करते हुए बहुत खुशी हो रही है,जो माननीय पीएम नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत के विजन के अनुरूप है, जो आत्मनिर्भरता, स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है। 'एक राष्ट्र, एक बंदरगाह' प्रक्रिया और सागर अंकलन - एलपीपीआई सूचकांक के शुभारंभ के साथ, भारत मानकीकृत, कुशल और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बंदरगाहों की ओर एक निर्णायक कदम उठा रहा है। बंदरगाह के प्रदर्शन को बढ़ाने और रसद को सुव्यवस्थित करने से, हम अक्षमताओं को कम कर रहे हैं, कार्बन फुटप्रिंट को कम कर रहे हैं और वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति को मजबूत कर रहे हैं। आधुनिक, हरित और स्मार्ट बंदरगाह बुनियादी ढांचे के लिए हमारी प्रतिबद्धता न केवल आर्थिक लचीलेपन को बढ़ावा देगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी समुद्री भविष्य भी सुनिश्चित करेगी। यह भारत को एक समुद्री महाशक्ति बनाने की दिशा में एक परिवर्तनकारी छलांग है, जो 2047 तक आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत में योगदान देगा। सर्वानंद सोनोवाल ने भारत की समुद्री पहुंच का विस्तार करके और वैश्विक व्यापार लचीलापन बढ़ाकर वैश्विक व्यापार को मजबूत करने के लिए भारत ग्लोबल पोर्ट्स कंसोर्टियम भी लॉन्च किया। केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने व्यापार प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, नौकरशाही की अतिरेक को कम करने और मंजूरी में तेजी लाने के उद्देश्य से मैत्री लोगो (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और नियामक इंटरफेस के लिए मास्टर एप्लिकेशन) भी लंच किया, जिससे व्यापार करने में आसानी के लिए भारत की प्रतिबद्धता को बल मिला।