भीलवाड़ा  में विवाह समारोह में पर्यावरण संरक्षण व नशे के विरुद्ध जागरूकता को लेकर भव्य प्रदर्शनी लगाकर एक सकारात्मक सोच भरने का प्रयास किया गया।  पर्यावरण कोशिश सेवक टीम सांचौरी-मालाणी के सह-प्रभारी व स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई ने बताया कि टीम अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरणविद खमुराम बिश्नोई के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण के लिए पिछले 25 वर्षों से कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में संस्था धरती मां को प्रदूषित होने से बचाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त धरती अभियान, नशामुक्त अभियान, बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ अभियान, मृत्युभोज मुक्ति अभियान, स्वच्छ भारत अभियान व समारोह में भोजन करते समय जूठन न छोङऩे हेतु जनजागरूकता अभियान सहित कई समाज सुधार के अभियानों को लेकर निस्वार्थ भाव से कार्य कर रही है। इसी सेवा को आगे बढ़ाते हुए रविवार को देसूरिया बिश्नोइयान के भादू परिवार में आयोजित सामाजिक समारोह में दो दिन तक पर्यावरण संरक्षण प्रदर्शनी लगाकर लोगों को वर्तमान में हो रहे पर्यावरण प्रदूषण से अवगत कराने की सफल कोशिश की गई।

इसके साथ-साथ नशा,प्लास्टिक व जूठन मुक्ति अभियान चलाकर मेहमानों को तांबे के लोटों से जलपान कराया गया। टीम के राष्ट्रीय प्रभारी खमुराम बिश्नोई के नेतृत्व स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई, जोधपुर पर्यावरण टीम प्रभारी जगराम झीपासनी,भंवरी कालिराणा, एडवोकेट शारदा बिश्नोई,रमेश भादू देसूरिया बिश्नोइयान, कोमल बिश्नोई,राधा बिश्नोई की कोशिश पर्यावरण सेवक टीम ने पर्यावरण संरक्षण प्रर्दशनी लगाई। प्रदर्शनी में धरती व समाज की सेहत बचाने व जलवायु परिवर्तन के खतरे को कम करने के संदेश दिए गए। सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को हटाकर प्राचीन भारतीय संस्कृति के अनुसार ताम्बे के लोटों से जलपान कराया गया। भोजन करते समय जूठन न छोङने,नशा छोड़ो, बाल विवाह रोको महाअभियान के तहत 10 हजार से अधिक मेहमानों को जागरूक किया गया व दुल्हा-दुल्हन को ताम्बे के कलश, कपड़े की थैली व पौधा भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलवाया गया।