बारिश के मौसम में हजारों पक्षी दुनिया भर से भारत आते हैं। ये प्रवासी पक्षी कहलाते हैं। लेकिन इनमें से एक पक्षी ऐसा है, जिसका बारिश के मौसम से सीधा वास्ता है। इसका नाम जैकोबिन कुक्कू या चातक पक्षी है। इस पक्षी को पीएड कुक्कू या पीएड क्रेस्टेड कुक्कू नामों से भी जाना जाता है। यह कोयल परिवार का एक सदस्य है। जैकोबिन कुक्कू अफ्रीकी महाद्वीप से उड़कर भारत में आते हैं। भारत में जब ये पक्षी पहुंचते हैं तो इन्हें बारिश के आने का सूचक माना जाता है। भारतीय साहित्य में इसके बारे में ऐसा माना जाता है कि यह वर्षा की पहली बूंदों को ही पीता है। अगर यह पक्षी बहुत प्यासा है और इसे एक साफ पानी की झील में डाल दिया जाए तब भी यह पानी नहीं पिएगा और अपनी चोंच बंद कर लेगा ताकि झील का पानी इसके मुंह में न जा सके। यह पक्षी मुख्यतः एशिया और अफ्रीका महाद्वीप पर पाया जाता है। इसे मारवाड़ी भाषा में ‘मेकेवा’ और ‘पपीया’ भी कहा जाता है। इस पक्षी के सिर पर चौटीनुमा होती है, जो दूसरे पक्षियों से अगल रखता है। चातक पक्षी का ऊपरी हिस्सा यानी कि उनके पंख काले रंग के और शरीर का निचला हिस्सा सफेद रंग का होता हे। बारिश के मौसम में ये पक्षी अपने मधुर आवाज के साथ दिखाई देता हे।
बारिश का सूचक चातक पक्षी
