जागीरोड: मोरीगांव जिले के मायंग के ऐतिहासिक गोसाईं निकालने वाले मेला और गढ़ भंगा उत्सव के समापन के साथ संगति रखकर रजा मायंग, रजाचौकी में वर्णाट्य कार्यक्रम से 6 वैशाख के दिन रंगाली बिहू उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ समारोह समिति के अध्यक्ष महेश डेका ने किया।
कार्यक्रम में मायंग राज के पारंपरिक राजा तारणी कांत सिंह, पवितरा अभयारण्य के वन अधिकारी नयनज्योति दास और गांव के अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। बैठक में डॉ. उत्पल नाथ, सहायक प्राध्यापक, अर्थशास्त्र विभाग ने बिहू के दौरान स्वदेशी चीजें बनाकर विश्व रिकॉर्ड करने की सलाह दी।
श्री नाथ ने कहा कि असमिया बुनकर कुशल बुनकर हैं, असमीया बुनकर हेमप्रभा चुटिया को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मोरीगांव के जिला उपायुक्त देवाशीष शर्मा ने किया। उद्घाटन भाषण में जिला उपायुक्त श्री शर्मा ने कहा कि संस्कृृति सद्भाव का एक बहुत शक्तिशाली माध्यम है और बिहू भाईचारे के बंधन के साथ बड़े असमिया राष्ट्र को एक साथ बांधता है।
उद्घाटन भाषण के बाद जिला उपायुक्त शर्मा ने दो गीतों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं का मन मोह लिया। आमंत्रित बिहुआ दल समूहों द्वारा बिहू की प्रस्तुति एवं आमंत्रित संगीतकारों की प्रस्तुति के साथ दोपहर करीब 2 बजे कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हुआ।