कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान दीर्घ डेढ़ महीने की छुट्टी के बाद सोमवार को सरकारी कार्यालय फिर से खुले। कोविड वैक्सीन के दोनों खुराक लेने वाले सरकारी कर्मचारियों को राज्य सरकार ने कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया था। सरकार के निर्देश के बावजूद सोमवार को कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति बहुत ही कम रही। मालूम हो कि देश में नागरिकों को कोवैक्सीन और कोविशिल्ड नामक दो प्रकार की वैक्सीन दिए जा रहे हैं। परंतु दोनों प्रकार के वैक्सीन के दूसरी खुराक लेने के समय में काफी अंतर होता है। जहां कोवैक्सीन लेनेवाले पहली खुराक लेने के सर्वाधिक 42 दिनों बाद दूसरी खुराक लेंगे, वहीं कोविशिल्ड लेनेवाली पहली खुराक लेने के सर्वाधिक 112 दिनों बाद दूसरी खुराक लेंगे। इसलिए वैक्सीन लेने के आधार पर सरकारी कर्मचारियों के कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश में अनेक कर्मचारियों की प्रतिक्रिया परिलक्षित हुई। उल्लेखनीय है कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में 25 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति में तथा कुछ अन्य राज्यों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति में कार्यालय खोलने का निर्देश दिया गया है,परंतु असम में वैक्सीन लेने के आधार पर कर्मचारियों की उपस्थिति में कार्यालय खोलने के लिए दिया गया निर्देश कुछ अजीब-सा प्रतीत हो रहा है। हालांकि सरकारी सूचना के मुताबिक लगभग 9 लाख लोगों ने कोविड वैक्सीन की दोनों खुराकें ले ली है,परंतु सोमवार को कार्यालय में उपस्थित कर्मचारियों की संख्या देखते हुए यह कहना पड़ेगा कि अनेक कर्मचारियों ने या तो वैक्सीन लेने की इच्छा नहीं है नहीं तो अनेक कर्मचारियों को वैक्सीन लेने की सुविधा मिली ही नहीं। इधर अंतरजिला यातायात के बंद रहते वैक्सीन लेने वाले अनेक कर्मचारी भी सोमवार को कार्यालय में उपस्थित न हो सके।
डेढ़ महीने बाद खुले सरकारी कार्यालय निर्देश के बावजूद उपस्थिति रही कम
