नलबाड़ी : आज नलबाड़ी के जिला उपायुक्त सभागार में असम महिला आयोग की अध्यक्ष हेमप्रभा बरठाकुर ने जागरूकता बैठक को संबोधित करते हुए उन्हें इस संबंध में उपलब्ध विभिन्न कानूनी उपायों से अवगत कराया। नलबाड़ी जिला महिला प्रकोष्ठ की सदस्य/सचिव और अतिरिक्त उपायुक्त चयनिका ठाकुरिया व जिला कलेक्टर गीतिमणि फुकन की उपस्थिति में आयोजित जागरूकता बैठक में  असम महिला आयोग की सदस्य परमी दास, नलबाड़ी जिला परिषद के अध्यक्ष नितुल डेका, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी चुम्पी चुतिया, प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी, खंड विकास अधिकारी और जिला महिला प्रकोष्ठ के सदस्यों के साथ-साथ जिले के सभी ब्लॉक स्तरीय महिला प्रकोष्ठों के सदस्य और महिलाओं के लिए काम करने वाले विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि हमें उन महिलाओं को भी समान महत्व देना होगा जो अपराध की शिकार होने के साथ-साथ अपराध के स्रोत यानी कारणों को भी महत्व देती हैं। उन्होंने कहा कि जागरूकता बढ़ाने के मुद्दे को न केवल महिलाओं तक सीमित रखना बल्कि पुरुषों को भी शामिल करना बहुत महत्वपूर्ण है। समय-समय पर पुरुष समाज से उत्पीड़ित महिलाओं की रक्षा के लिए अपराध के स्रोत को नष्ट करना होगा और उसके लिए पहले पुरुष मानसिकता के विकास पर भी उतना ही जोर दिया जाना चाहिए। अध्यक्ष हेमप्रभा बरठाकुर ने उपस्थित जिला महिला प्रकोष्ठ और ब्लॉक स्तरीय महिला प्रकोष्ठ के सदस्यों के साथ महिलाओं के लिए काम करने के लिए बाहर आने पर वास्तविक क्षेत्र में आने वाली विभिन्न घटनाओं और चुनौतियों पर चर्चा की।

उन्होंने जिले में कई मामलों में घर पर नशे और शराब से प्रताड़ित पत्नी पर होने वाले अपराधों की संख्या अपेक्षाकृृत अधिक होने पर चिंता व्यक्त करते हुए जिला आबकारी विभाग से इन विशिष्ट अवैध शराब के अड्डों को जल्द से जल्द हटाने का आह्वान किया। उन्होंने जिला और प्रशासन से उन स्थानों पर जागरूकता बैठकें तेज करने का भी आग्रह किया, जहां इस तरह के अपराधों की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलता है। सभी आपराधिक क्षेत्रों का भी शिनाख्त करना चाहिए तभी महिलाओं को सुरक्षित और समाज को सुरक्षित किया जा सकता है। आज के बैठक में सभी विभागों के साथ पत्रकार मंडली भी उपस्थित थे आज की सभा में उपस्थित सभी का भाग  लेने के लिए सभी को धन्यवाद दिया और सुरक्षा पर जोर देने की बात कही!