मालीगांव : पूर्वोत्तर सीमा रेल (एनएफआर) के अलीपुरद्वार मंडल द्वारा हाल ही में पूसी रेल और भूटान सरकार के प्रतिनिधि मंडलों के बीच एक व्यवसाय विकास बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें उनके विदेश मंत्रालय, व्यापार निकायों और चैंबर ऑफ कॉमर्स आदि के सदस्य शामिल थे। यह बैठक पूसी रेल और भूटान सरकार के बीच व्यापार सहयोग के लक्ष को प्राप्ति के उद्देश्य से आयोजित की गई थी, जो भूटान के साथ भविष्य के संबंधों के लिए लॉजिस्टिक्स दृष्टिकोण का समर्थन करेगी। भूटान के प्रतिनिधि मंडलों ने हासीमारा रेलवे स्टेशन का दौरा किया, जहां भूटान के साथ व्यापार को बढ़ावा देने के लिए पूसी रेल द्वारा रणनीतिक रूप से एक बुनियादी ढांचा विकसित किया जा रहा है। भूटान के साथ लॉजिस्टिक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के सहयोग से एक गोदाम के साथ एक साइडिंग बनाने की योजना चल रही है। वास्तव में, भारतीय रेलवे ने पहले ही 75 उपयोगिता वाहनों वाले मल्टी-मॉडल मार्ग के माध्यम से भूटान को सामग्री की अपनी पहली प्रेषण पहुचाया। वाहनों को न्यू मॉडिफाइड गुड्स (एनएमजी) रेक द्वारा चेन्नई से हासीमारा रेलवे स्टेशन ले जाया गया, जो विशेष रूप से हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के परिवहन के लिए डिजाइन किया गया एक रेक है, जो 28 अक्तूबर, 2022 को अलीपुरद्वार मंडल पहुंचा। इसके बाद प्रेषण को रोडवेज से भूटान ले जाया गया। प्रतिनिधिमंडल निकट भविष्य में चांगराबांधा स्टेशन का दौरा करने का इरादा रखते है। बैठक में वाहनों, सीमेंट, पत्थर की सामग्रीयों आदि की आवाजाही और लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने और पर्यटन विकास से संबंधित चर्चा भी हुई।  अलीपुरद्वार मंडल ने भूटान सरकार के प्रतिनिधियों को अवगत किया की रेलवे की वीजन है जो सामग्री रसद परिवहन के लिए पर्यावरण के अनुकूल प्रमुख साधन और देश में और दक्षिण-पूर्व एशिया में भी व्यापक परिवहन के एक स्थायी विकल्प रूप है। रेलवे ने भूटान सरकार के प्रतिनिधियों को भारत और भूटान के बाजारों में विस्तृत और तेजी से माल परिवहन के लिए प्रतिस्पर्धी लागत और रणनीतिक क्षमताओं के बारे में बताया। भारतीय रेल ने भारत में कोकराझाड़ से भूटान में गेलेफू तक ब्रॉड-गेज रेलवे ट्रैक बिछाकर क्रॉस-बॉर्डर लिंकेज के लिए पहले से ही नई परियोजनाएं शुरू कर दी हैं।