रामलीला में आपने कुंभकर्ण के किरदार के बारे में तो सुना और टीवी पर देखा होगा। आज हम आपको हकीकत में कुंभकर्ण नहीं बल्कि कुंभकर्णी गांव के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां के सभी लोग एक बार सो गए तो कई दिनों तक नहीं जागते। इस गांव के लोगों की सोने की इस आदत को लेकर तमाम डॉक्टर रिसर्च कर रहे हैं कि आखिर माजरा क्या है। ये गांव उत्तर कजाकिस्तान में स्थित है और इसका नाम कलाची है। कलाची गांव के लोगों को सोने की बुरी आदत है या फिर कहें कि बीमारी है जिसके चलते यहां का हर शख्स एक बार सोने पर कई दिनों तक सोता रहता है। बताया जाता है कि कलाची गांव के करीब 125 लोगों को इस तरह की आदत है। इसी के चलते तमाम लोग यहां के लोगों को कुंभकर्ण का रिश्तेदार तक कहते हैं। बता दें कि सोने की बीमारी वाले इन लोगों को कई तरह की शिकायतें भी हैं जिनमें यादाश्त कमजोर होना, हाई ब्लेड प्रेशर जैसी समस्या होना आदि। डॉक्टर भी इस बात से हैरान हैं कि कजाकिस्तान क्या दुनिया में कहीं भी इस तरह की बीमारी नहीं है। यहां इस तरह का पहला मामला साल 2010 में सामने आया था जब कुछ बच्चे स्कूल में अचानक से गिर गए और फिर सोने लगे। इसके बाद से लगातार ऐसे लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी। लोगों की इस रहस्यमयी बीमारी का डॉक्टर से लेकर वैज्ञानिक तक रिचर्च कर रहे हैं. इस वजह से लोग इस कचाली गांव को स्लीपी होलो कहने लगे हैं।
इस गांव को कहते हैं कुंभकर्णी गांव
