गुवाहाटीः सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्थान के दो दिवसीय संत समागम का आज 501 कुंडीय वैदिक महायज्ञ के साथ भव्य समापन हुआ। आचार्यश्री सद्गुरु स्वतंत्र देव जी महाराज के सान्निध्य में सद्गुरु उत्तराधिकारी विज्ञान देव महाराज ने वैदिक महायज्ञ का संपादन किया। महायज्ञ के मुख्य यजमान असम सरकार के मंत्री अशोक सिंघल थे। मंत्री श्री सिंघल के साथ दो हजार से अधिक साधकों ने 501 कुंडीय ब्रह्मविद्या वैदिक महायज्ञ में यज्ञ आहुतियां दी। महायज्ञ में असम सरकार के मंत्री जयंतमल बरुवा भी शामिल हुए।  इस महाआयोजन में शामिल हुए दोनों मंत्रियों ने विकसित असम की कामना की। उल्लेखनीय है कि सभी साधकों के साथ-साथ माता सुशीला देवी भी मुख्य हवन कुंड में आहुतियां दे रही थी। पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के अलावा राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, यूपी, बिहार से भी विहंगम योगी महायज्ञ में भाग लेने के लिए हजारों की संख्या में गुवाहाटी पहुंचे थे। विहंगम योग के साधकों के अलावा नगर के धर्म परायण नागरिकों ने भी यज्ञ में आहुतियां देकर अपने सर्वांगीण विकास की कामना की।  नगर का श्री गौहाटी गौशाला प्रांगण आज विहंगम योगियों एवं श्रद्धालु भक्तों की उपस्थिति से धर्म नगरी में तब्दील हो गया था। यज्ञ स्थल पर मोपेड हाउस के कन्हैयालाल वैद्य ने जलपान की निशुल्क स्टाल लगाई। महायज्ञ समापन के पश्चात महा भंडारे का आयोजन किया गया। जहां पर हजारों भक्त शिष्यों एवं आगंतुकों ने महाप्रसाद ग्रहण किया। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संस्थान के अंतर्राष्ट्रीय प्रचारक संत किशन लाल शर्मा पिछले 2 माह से पूर्वोत्तर दौरे पर थे।  इस विशाल आयोजन को भव्यता से संपन्न कराने के लिए विहंगम योग संस्थान के पूर्वोत्तर में स्थित सभी  केंद्रों के पदाधिकारी गण रात-दिन एक किए हुए थे। आचार्य श्री स्वतंत्र देव महाराज ने महायज्ञ के पश्चात असम के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों के सभी नागरिकों के सर्वांगीण विकास की कामना करते हुए सद्गुरु सदाफल देव महाराज से प्रार्थना कर आशीर्वाद प्रदान किया।