स्वास्थ्य विभाग इस समय टीकाकरण पर जोर दे रहा है। पात्रता के दायरे में आने वाले हर व्यक्ति को कोरोना से बचाव का टीका लग जाए, इसके लिए अब हर रोज टीकाकरण किया जा रहा है। इसके बावजूद अभी भी लोग अफवाहों का शिकार हो रहे हैं और टीका लगवाने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। यह भी एक वजह है कि टीका लगवाने के बाद कुछ लोगों की हालत बिगड़ी और उन्हें बुखार हुआ। इसलिए अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीका लगवाने वालों को मैसेज भेजे जा रहे हैं। जिसमें उनसे पूछा जा रहा है कि किसी तरह की कोई दिक्कत तो नहीं। इसके लिए पूरा प्रोफार्मा दिया जा रहा है। एक अप्रैल से कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण का चौथा चरण चल रहा है। इसमें 45 वर्ष की आयु से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके बावजूद सभी लोग टीका लगवाने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। लोगों के मन में अभी भी टीके को लेकर दहशत बनी हुई है। यही वजह है कि सभी लोग टीका नहीं लगवा रहे हैं। सरकारी केंद्रों पर निशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। जबकि निजी अस्पतालों में 250 रुपये की फीस रखी गई है। एक दो निजी अस्पताल को छोड़ दें, तो अन्य किसी भी निजी अस्पताल में टीकाकरण कराने में लोग दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान के पैनल पर आए सभी 22 अस्पतालों में टीकाकरण की व्यवस्था की हुई है।