देश में कोरोना के बढ़ते मामालों का असर स्मार्टफोन और होम अप्लायंस की बिक्री पर नहीं हुआ है। कंपनियों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान होम अप्लायंस की बिक्री में करीब 40 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं, इस दौरान स्मार्टफोन का कुल शिपमेंट करीब 34 से 36 मिलयन रहा जो एक नया रिकॉर्ड है। कंपनियों का कहना है कि बढ़ते संक्रमण का असर अगली तिमाही में देखने को मिल सकता है। कोरोना के कारण बहुत सारे लोग अपना अधिकतर समय घरों में बीता रहे हैं। इसके चलते अच्छे और ब्रांडेड उत्पाद की मांग बढ़ी है। उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि एलजी, बॉश, सैमसंग, वोल्टास, पैनासोनिक, लॉयड, गोदरेज आदि कंपनियों के उत्पादों की मांग सबसे अधिक बढ़ी है। कंपनियों का कहना है कि कच्चे उत्पाद की लगात बढ़ने से होम अप्लायंस उत्पादों की कीमत में 3 से 10 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई थी। हालांकि, उसका असर बिक्री पर दिखाई नहीं दिया है। उत्पादों की मांग पहले से अधिक ही तेजी से बढ़ी है। कई बड़ी कंपनियों का कहना है कि उन्होंने मार्च तिमाही में बिक्री से जबरदस्त आय हुई है। कोरोना के कारण ऑनलाइन जिंदगी का हिस्सा हो गया है। ऑनलाइन खरीदारी से लेकर बैंकिंग तक में स्मार्टफोन का रोल बढ़ा है। इसका असर बिक्री पर देखने को मिला है। जनवरी से लेकर मार्च तक 34 से 36 मिलयन मोबाइल का शिपमेंट हुआ जो पिछले साल सामान अवधि के मुकाबले 13 से 16 फीसदी अधिक है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही जनवरी से मार्च तिमाही में कोरोना के बढ़ते मामले के बावजूद स्मार्टफोन और होम अप्लायंस की बिक्री प्रभावित नहीं हुई है लेकिन जून तिमाही में असर देखने को मिल सकता है।
कोरोना से अछूता रहा स्मार्टफोन और होम अप्लायंस का बाजार
