पाक का फिर बेतुका राग
पाकिस्तान ने फिर कश्मीर पर बेतुका राग अलापना शुरू कर दिया है। भारत द्वारा सबक सिखाने के बावजूद पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने कराची में सेना के पासआउट परेड के दौरान फिर कहा है कि कश्मीर की जनता को आत्मनिर्णय का अधिकार है। उन्होंने कहा कि भारत जिसको आतंकी गतिविधियां कहता है वह वास्तव में उनके अस्तित्व से जुड़ा है। मुनीर ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान कश्मीर के लिए लड़ने वाले लोगों के साथ खड़ा है, क्योंकि उनका संघर्ष बिल्कुल वैध है। इससे पहले मुनीर ने कश्मीर को गले की नस कहा था। मुनीर के भड़काऊ भाषण के बाद पिछले 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 एवं 35ए हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बड़ी आतंकी घटना हुई थी। इस घटना के बाद भारत में जिस तरह नाराजगी बढ़ी उसको देखते हुए भारत सरकार को कड़ी कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ा। ऑपरेशन ङ्क्षसदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैएबा, जैश-ए-मोहम्मद एवं हरकत-उल-मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों के कई ठिकानों पर हमला कर तहस-नहस कर दिया। इस हमले में बड़ी संख्या में शीर्ष आतंकी एवं अन्य कैडर मारे गए। पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई के तहत भारत के सैन्य एवं नागरिक ठिकानों को निशाना बनाना शुरू किया। जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के नौ एयरबेस पर सुपरसोनिक मिसाइल से हमला कर तहस-नहस कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान को नतमस्तक होना पड़ा। दोनों पक्षों के बीच फिलहाल युद्धविराम हो गया है, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन ङ्क्षसदूर स्थगित किया गया है, बंद नहीं हुआ है। पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश से शांति की कभी उम्मीद नहीं की जा सकती। ऐसी स्थिति में भारत को हमेशा तैयार रहना पड़ेगा। भारत ने अमरीका के बंकर बस्टर बम जीबीयू-57 से भी शक्तिशाली बम बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भारत इस बम को अग्नि-5 मिसाइल से लांच करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए भारत अग्नि-5 की सीमा को घटाकर 2500 करेगा, ताकि पाकिस्तान को आसानी से निशाना बनाया जा सके। यह अग्नि-5 75 टन भारी विस्फोटक ले जाने में सक्षम होगा, जो 100 मीटर नीचे बंकर में छिपाये गए विस्फोटकों या परमाणु बमों को नष्ट कर सकता है। भारत अग्नि-5 की दो वैरिएंट पर काम कर रहा है जिसकी गति मार्क 8 से 20 के बीच होगी। यह मिसाइल हाइपर सोनिक स्पीड से हमला करेगी ताकि राडार तथा दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से पकड़ नहीं जा सके। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत ने चीन से बढ़ते खतरे को देखते हुए अपने मिसाइल कार्यक्रम तथा मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर काफी काम किया है। आकाश मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तान की ओर से हुए हमले का बखूबी बचाव किया है। एस-400 के साथ-साथ आकाश मिसाइल सिस्टम की ऑपरेशन ङ्क्षसदूर के दौरान शानदार भूमिका रही है। यही कारण है कि आज दुनिया के देशों में भारत के स्वदेशी हथियारों एवं सैन्य उपकरणों की मांग तेजी से बढ़ती जा रही है। फिलीस्तीन, वियतनाम, इंडोशिया, ब्राजील, आर्मेनिया इसका जीता-जागता उदाहरण है। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की चौतरफा धूम है। कुल मिलाकर भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सैन्य तैयारी को लगातार मजबूत रखना पड़ेगा।