अब तक कुल 1,20,840 लोगों को मिली सरकारी नौकरियां : हिमंत
पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता
गुवाहाटी : मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने गुरुवार को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र, गुवाहाटी में आयोजित समारोह में पशुपालन एवं पशु चिकित्सा, पर्यटन और शिक्षा विभागों के 481 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इसके साथ ही वर्तमान प्रशासन के तहत प्रदान की गई सरकारी नौकरियों की कुल संख्या 1,20,840 तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आगामी 10 अक्तूबर को आयोजित होने वाले विशेष भर्ती अभियान के अंतर्गत लगभग 40,000 युवाओं को और सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार 1.60 लाख नियुक्तियों का लक्ष्य शीघ्र ही प्राप्त कर लेगी। विशेष रूप से, पशुपालन और पशु चिकित्सा विभाग में 443 पशु चिकित्सा क्षेत्र सहायकों, पर्यटन विभाग में 12 पर्यटन विकास अधिकारियों और शिक्षा विभाग के तहत डीआईईटी के सहायक प्रोफेसर के पद पर 23 व्याख्याताओं और एससीआरटी के 3 सहायक निदेशकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये नियुक्तियां पारदर्शी और योग्यता आधारित चयन प्रक्रिया के अंतर्गत की गई हैं, जो राज्य के शैक्षिक और प्रशासनिक ढांचे को सुदृढ़ करती हैं। डॉ. शर्मा ने असम की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि राज्य की क्षमता को बढ़ाने के लिए सरकार राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ मिलकर नॉर्थ ईस्ट डेयरी एंड फूड्स लिमिटेड की स्थापना कर रही है, जिसका लक्ष्य प्रतिदिन 10 लाख लीटर दूध का उत्पादन और वितरण है। सरकार ने निम्नलिखित दूध प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना की योजना बनाई है: जिसमें धेमाजी, जोरहाट, डिब्रूगढ़ और कछार में एक लाख लीटर क्षमता वाले दूध प्रसंस्करण केंद्र, बजाली में 25,000 लीटर की इकाई और गुवाहाटी में तीन लाख लीटर की सुविधा शामिल है। उन्होंने आगे बताया कि अमूल द्वारा गुवाहाटी के पास रानी में एक नई 1 लाख लीटर दूध प्रसंस्करण इकाई भी स्थापित की जाएगी। सरकार द्वारा प्रसंस्कृत दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर सब्सिडी भी दी जाएगी। साथ ही, लखीमी नस्ल की गायों को गिर नस्ल से क्रॉस-ब्रीड कर नई उन्नत नस्ल विकसित करने की योजना है, जिससे 2030 तक दैनिक दूध उत्पादन 15 लाख लीटर तक पहुंचाने का लक्ष्य है। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य अपनी 90 प्रतिशत अंडे की मांग आयात से पूरी करता है। यदि 1,000 उद्यमी आगे आएं, तो राज्य तीन वर्षों में प्रतिदिन एक करोड़ अंडे का उत्पादन कर सकता है। उन्होंने बायोगैस और बायो-सीएनजी के क्षेत्र में किसानों को नई आमदनी देने की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। पर्यटन क्षेत्र में असम की विशाल संभावनाओं पर बोलते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान अब पर्यटकों की संख्या में देशभर में तीसरे स्थान पर है। धार्मिक और प्रकृति-आधारित पर्यटन दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, उन्होंने इस क्षेत्र के आर्थिक महत्व को रेखांकित किया और इसके आकर्षण को बढ़ाने के लिए अधिक नवाचार का आह्वान किया। उन्होंने डिमा हसाओ को एक उभरते पर्यटन स्थल के रूप में चिह्नित करते हुए उसके लिए 4,000 करोड़ की सड़क और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मंजूरी देने की बात कही। उन्होंने नव नियुक्त पर्यटन अधिकारियों से राज्य की पर्यटन क्षमता को वैश्विक स्तर पर ले जाने का आह्वान किया। शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री ने योग्य और प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति के ज़रिए उत्कृष्टता-आधारित शैक्षिक प्रणाली विकसित करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस दौरान पर्यटन मंत्री रंजीत कुमार दास, शिक्षा मंत्री डॉ. रनोज पेगू, पशुपालन मंत्री कृष्णेंदु पाल, मुख्य सचिव डॉ. रवि कोटा, और विभिन्न विभागों के सचिव व वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में मौजूद रहे।