गुवाहाटी : मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को दिसपुर स्थित लोक सेवा भवन में सभी जिला आयुक्तों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण योजनाओं के सफल रोलआउट के लिए प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। डीसी के साथ चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि 10 जून को अरुणोदय 2.0 समाप्त हो रहा है, अरुणोदय 3.0 के निर्बाध रोल आउट के लिए डीसी को जल्द से जल्द डिजिटलीकरण की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। मुख्यमंत्री ने जिला आयुक्तों को 3 जून तक डिजिटलीकरण पूरा करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राशन कार्ड न होने के कारण यदि कोई व्यक्ति अरुणोदय 3.0 के लाभ से वंचित है, तो डीसी को जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक बुलाकर और संरक्षक मंत्री से बात करके ऐसे लाभार्थी के नाम शामिल करने चाहिए। उन्होंने डीसी को विधान सभा क्षेत्र के आधार पर अरुणोदय 3.0 के लिए डेटा तैयार करने के लिए भी कहा।



वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने एटि कली, दुटि पात नामक योजना पर भी विस्तृत चर्चा की। डॉ. शर्मा ने कहा कि असम चाय उद्योग के 200 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सरकार चाय बागानों के स्थायी और अस्थायी तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के प्रत्येक श्रमिक को 5000 रुपए का एकमुश्त भुगतान करेगी। इसलिए उन्होंने डीसी को जिलों में स्थायी और अस्थायी चाय बागान श्रमिकों का डेटा संकलित करने को कहा। उन्होंने जिला स्तरीय कार्यान्वयन समितियों के गठन और समितियों में चाय बागान क्षेत्रों से एक सामाजिक कार्यकर्ता को शामिल करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने डीसी को योजना के तहत लाभार्थियों का चयन करने और इस साल 10 अगस्त तक कार्यान्वयन समिति द्वारा उनकी सिफारिश करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में 15 अगस्त को एटि कली, दुटि पात योजना को शुरू करने की सरकार की इच्छा भी साझा की। योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए डॉ. शर्मा ने डीसी को एक एडीसी स्तर के नोडल अधिकारी को नामित करने को कहा। सम्मेलन में वित्त मंत्री अजंता नेउग, विधायक विश्वजीत फूकन, मुख्य सचिव डॉ. रवि कोटा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. केके द्विवेदी, वित्त विभाग के आयुक्त एवं सचिव जयंत नार्लीकर सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।