नई दिल्ली। भारत–पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और बदलते क्षेत्रीय सुरक्षा माहौल के बीच मई 2025 में देश की सैन्य क्षमताओं में एक के बाद एक महत्वपूर्ण प्रगति देखी गई। इन पहलों ने न सिर्फ हमारी सामरिक सतर्कता बढ़ाई बल्कि आत्मनिर्भरता और तकनीकी शिनाख्त को भी मजबूती दी है।





                                                               


1. राफेल-मैरीन सौदा: नौसेना की वायु श्रेष्ठता में इज़ाफा

भारत सरकार ने फ्रांस के साथ ₹63,000 करोड़ के समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मैरीन लड़ाकू विमान मिलेंगे (22 सिंगल सीट, 4 ट्विन-सीटर ट्रेनर)। ये विमान कैरियर आधारित ऑपरेशंस में रेंज और आक्रमण क्षमता बढ़ाएंगे, जिससे हिंद महासागर में हमारी निगरानी और जवाबी त्वरितता में सुधार होगा।


                                                                                                   

                                                                                        

2. गंगा एक्सप्रेसवे पर नाइट लैंडिंग सुविधा

उत्तर प्रदेश सरकार ने पहली बार गंगा एक्सप्रेसवे को रात में फाइटर जेट्स के आपातकालीन रनवे के रूप में सक्षम किया। इस पहल ने आपदा या युद्ध स्थिति में त्वरित विमान परिचालन को संभव कर, देश की रणनीतिक गतिशीलता और इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयारी को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।



                                                                                                                                    


3. VSHORADS-NG मिसाइलों की त्वरित खरीद

सीमा पर ड्रोन, हेलीकॉप्टर एवं लो-फ्लाइंग एयरक्राफ्ट के खतरों को देखते हुए सेना ने Russian-origin Igla-S के अलावा DRDO द्वारा विकसित वोट (VSHORADS-NG) सिस्टम्स के तहत 48 लॉन्चर, 48 नाइट साइट और 85 मिसाइलों की “Buy (Indian)” कैटेगरी में निविदा जारी की। इससे अग्रिम चौकियों पर क्षिप्र एवं आत्मनिर्भर वायु रक्षा व्यवस्था सुनिश्चित होगी।




                                                                                             


4. BSF का विस्तार: नए बटालियन व मुख्यालय

सीमा सुरक्षा बल (BSF) को पाकिस्तान व बांग्लादेश सीमा पर तैनाती बढ़ाने के लिए 16 नई बटालियनों और 2 अतिरिक्त फील्ड मुख्यालय की मंज़ूरी मिली है। हाल ही में जम्मू के सांबा सेक्टर में बड़ी घुसपैठ नाकाम कराई गई, जिसके बाद इस विस्तार की आवश्यकता और स्पष्ट हुई।



                                                                            


5. HawkEye 360: अगली पीढ़ी की समुद्री निगरानी

अमेरिका के साथ $131 मिलियन के समझौते के तहत भारत को HawkEye 360 RF सैटेलाइट सिस्टम मिलेगा, जो “डार्क शिप्स” की लोकेशन ट्रैक कर अवैध मछली पकड़ने, समुद्री डकैती व तस्करी पर नज़र रखेगा। इस तकनीक से हिंद–प्रशांत क्षेत्र में हमारी समुद्री जागरूकता धाकड़ होगी।



                                                                                   

6. NIA जांच और उन्नत हथियार

22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले (26 नागरिक मारे गए) की NIA जांच में M4 कार्बाइन जैसे उन्नत हथियारों की तस्करी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस आंतरिक बिंदु ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमलों की पृष्ठभूमि तैयार की।






7. सीमा पर तनाव और सतर्कता


संज्ञेय पांइट्स–

एलओसी व आईबी पर ड्रोन घुसपैठ, मोर्टार-तोपबंदी

भारतीय वायुसेना व थलसेना की अग्रिम तैनाती

पाकिस्तानी एयरस्पेस पर प्रतिबंध और चौकसी बढ़ाई

रक्षा मंत्रालय का बयान: “देश की संप्रभुता पर कोई आक्रमण बर्दाश्त नहीं”