2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के एक अहम किरदार तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद भारत लाया गया है। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) उससे पूछताछ की तैयारी में है। यह पूछताछ CCTV की निगरानी में होगी ताकि हर जवाब का रिकॉर्ड रखा जा सके।
राणा पर आरोप है कि उसने डेविड हेडली को भारत में रेकी करने में मदद की थी, जिससे हमले की साजिश को अंजाम दिया जा सका। NIA अब यह जानने की कोशिश करेगी कि:
-
राणा को हमले की योजना की कितनी जानकारी थी?
-
क्या पाकिस्तान की किसी एजेंसी का इसमें हाथ था?
-
और क्या कुछ ऐसे राज़ हैं जो अब तक सामने नहीं आए?
26/11 के 15 साल बाद, तहव्वुर राणा से उम्मीद है कि वह हमले से जुड़े कई अनसुलझे सवालों के जवाब देगा।
यह पूछताछ न केवल न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है।
अब देखना यह है कि NIA की पूछताछ से क्या नए खुलासे होते हैं, और क्या 26/11 के पीड़ितों को मिलेगा पूरा न्याय?