वाशिंगटन : भारतीय मूल की अमरीकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी का रास्ता अब साफ हो गया है। नासा ने पुष्टि की कि वह दोनों आखिरकार बुधवार को पृथ्वी पर वापस लौट आएंगे। वे पिछले नौ महीने से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे हुए थे। ये दोनों नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव के साथ स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान के जरिए वापसी करेंगे। कैप्सूल का स्प्लैशडाउन (समुद्र में लैंडिंग) फ्लोरिडा के तट पर मंगलवार शाम 5.57 (भारतीय समयानुसार बुधवार 4.27) पर होने का कार्यक्रम है। दोनों अंतरिक्ष यात्री जून 2024 से स्पेस पर मौजूद थे, जहां वे बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट की पहली क्रू टेस्ट फ्लाइट का हिस्सा थे। हालांकि, स्पेसक्राफ्ट में प्रणोदन से जुड़ी समस्याएं आ गईं, जिससे यह वापसी यात्रा के लिए अनुपयुक्त हो गए। इस कारण विलमोर और विलियम्स को अपनी मूल रूप से तय छोटी अवधि के मिशन के मुकाबले काफी अधिक समय तक स्पेस पर रुकना पड़ा। उनके विस्तारित प्रवास के लिए अतिरिक्त सप्लाई की जरूरत पड़ी, जिसमें कपड़े और निजी देखभाल से जुड़ी चीजें शामिल थीं, क्योंकि वे लंबी अवधि के मिशन के लिए पैकिंग करके नहीं गए थे। नासा ने 16 मार्च को एक प्रेस रिलीज में बताया कि वापसी की तारीख को पहले करने का फैसला संचालन में लचीलापन बनाए रखने और सप्ताह के अंत में संभावित प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों से बचने के लिए लिया गया। एजेंसी ने कहा कि अपडेटेड रिटर्न शेड्यूल से अंतरिक्ष स्टेशन के क्रू सदस्यों को हैंडओवर ड्यूटी पूरी करने का समय मिलेगा। साथ ही सप्ताह के अंत में संभावित खराब मौसम से पहले संचालन में लचीलापन बनाए रखने में मदद मिलेगी। नासा मंगलवार शाम से वापसी प्रक्रिया का लाइव प्रसारण करेगा,जो हैच बंद करने की तैयारियों से शुरू होगा। पृथ्वी पर लौटने की यह यात्रा कई घंटे चलेगी और अंत में फ्लोरिडा तट के पास पैराशूट की सहायता से समुद्र में स्प्लैशडाउन (लैंडिंग) होगा। विलियम्स और विल्मोर के लिए यह वापसी एक अप्रत्याशित रूप से लंबे और चुनौतीपूर्ण मिशन का अंत होगी। आमतौर पर आईएसएस क्रू का कार्यकाल लगभग छह महीने का होता है, लेकिन इन दोनों का नौ महीने तक रुकना निर्धारित समय से काफी लंबा रहा। हालांकि, उनका मिशन अब भी अब तक की सबसे लंबी अमरीकी अंतरिक्ष उड़ान से छोटा था, जिसे नासा के फ्रैंक रुबियो ने 2023 में 371 दिनों तक पूरा किया था। वहीं, दुनिया में सबसे लंबी निरंतर अंतरिक्ष यात्रा का रिकॉर्ड रूसी अंतरिक्ष यात्री वालेरी पोल्याकॉव के नाम है, जिन्होंने 437 दिन अंतरिक्ष में बिताए।
सुनीता विलियम्स व बुच विल्मोर की पृथ्वी पर होगी वापसी, नासा ने जारी किया शेड्यूल
