भारत में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट काफी तेजी से बढ़ रहा है। लाखों लोग क्रिप्टोकरेंसी एप के जरिए निवेश कर रहे हैं। भारत में क्रिप्टोकरेंसी ना बैन है और ना ही इसे हरी झंडी दी गई है यानी आप अपनी जिम्मेदारी पर क्रिप्टोकरेंसी में पैसे लगा सकते हैं। यदि आपके साथ कोई फ्रॉड होता है तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा। इसी साल अगस्त में गूगल ने अपने प्ले-स्टोर से 10 ऐसे क्रिप्टोकरेंसी एप को डिलीट किया है जो कि फर्जी एप थे और लोगों को चूना लगाने का काम कर रहे थे। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर फर्जी क्रिप्टोकरेंसी एप्स की पहचान कैसे करें? आइए जानने की कोशिश करते हैंः 

1. स्टार वाले रिव्यू पर ध्यान दें : आमतौर पर हम 5 स्टार रेटिंग वाले एप्स को डाउनलोड करते हैं, लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि अधिकतर 5 स्टार की रेटिंग वाले रिव्यू फर्जी होते हैं। ऐसे में उन रिव्यू पर ध्यान दें जो कम हैं। खासकर पर 1 रेटिंग वाले रिव्यू पर ध्यान दें। 

2. डेवलपर की प्रोफाइल : किसी भी एप स्टोर पर कोई बिना डेवलपर की प्रोफाइल का कोई एप पब्लिश नहीं होता है। जब भी कोई एप डाउनलोड करें तो एप के डिस्कि्रप्शन चेक करें और डेवलपर्स की प्रोफाइल चेक करें। डेवलपर की वेबसाइट आदि की जानकारी आपको वहीं मिलेगी। 

3. अनजान एप को डाउनलोड करने से बचें : उन्हीं एप को डाउनलोड करें जिनके बारे में आपको मालूम है या किसी ने आपको बताया है। ऐसे किसी भी एप को फोन में डाउनलोड ना करें जिनके बारे में आपको मालूम नहीं हो या फिर आपने कभी उसका नाम ही ना सुना हो। 

4. परमिशन चेक करें : अधिकतर फर्जी एप्स आपसे ऐसे एक्सेस भी लेते हैं जिनकी उन्हें जरूरत भी नहीं होती। उदाहरण के तौर पर समझें तो यदि कोई फाइनेंशियल एप आपसे फोटो गैलरी का एक्सेस मांगता है तो आपको अलर्ट हो जाना चाहिए।