भारत में ब्लड प्रेशर की बीमारी भी अब डायबिटीज की तरह तेजी से बढ़ रही है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, देश में हाई बीपी के मरीजों की संख्या 20 करोड़ से अधिक है। यह आंकड़ा हर साल तेजी से बढ़ता जा रहा है। युवाओं को भी ये समस्या गिरफ्त में ले रही है। ब्लड प्रेशर का बढ़ना शरीर के लिए बेहद खतरनाक होता है। अगर समय रहते ये कंट्रोल न हो तो इससे हार्ट अटैक आने का रिस्क भी रहता है। लेकिन आज भी कई लोगों को बीपी चेक करने का सही तरीका नहीं पता है। वहीं कई लोग इस बात से अनजान है कि ब्लड प्रेशर की चेक करने का सही समय क्या होता है? एक सामान्य व्यक्ति का सिस्टोलिक प्रेशर 120 mm Hg और डायस्टोलिक प्रेशर 80 mm Hg तक होना चाहिए। अगर आपका बीपी इस स्तर से ज्यादा होगा तो शरीर में कई तरह की परेशानियां होना शुरू हो जाएंगी। सिरदर्द, सांस फूलना, आंखों से धुंधला दिखाई देना शुरू हो जाएगा। आपको नींद नहीं आएगी। याददाश्त कमजोर होने लगेगी। सीने में दर्द, नाक से खून आ सकता है।
दिन में किस समय रहता है ज्यादा बीपी : किसी भी व्यक्ति के बीपी में उतार-चढ़ाव बिस्तर से उठने के बाद शुरू हो जाते हैं। जब आप बिस्तर से सोकर उठते हैं तो आपका बीपी बढ़ने लगता है। दिन के दौरान ये बढ़ता है। दोपहर में लंच के समय तक पीक पर पहुंच जाता है। दोपहर के बाद और शाम के समय बीपी कम होता है।
बीपी चेक करने का सही समय क्या है? : विशेषज्ञों के मुताबिक बीपी के मरीजों को दिन में दो बार अपना ब्लड प्रेशर चेक करना चाहिए। इसके चेक करने का सही समय होता है। ब्लड प्रेशर सुबह के समय नाश्ते से पहले या नाश्ते के दो घंटे बाद चेक करें। अगर आप खाना खाने के तुरंत बाद बीपी चेक करेंगे तो गलत रीडिंग आने का चांस रहता है। एक्सरसाइज के बाद, स्मोकिंग के बाद, दवा का सेवन करने के तुरंत बाद, कैफीन का सेवन करने के बाद भूलकर भी बीपी चेक न करें। क्योंकि ऐसा करने से आपकी बीपी की रीडिंग गलत आने की संभावना होती है।