सिलचर : सीमा सुरक्षा बल ने मिजोरम में भारत-बांग्लादेश सीमा पर करीब 40 करोड़ रुपये मूल्य की याबा नामक दवा की चार लाख गोलियां जब्त की हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार की स्पेशन नारकोटिक्स पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाया और आइजोल जिले के सेलिंग कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग छह पर एक ट्रक को रोका। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें एक विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर रोका गया। अधिकारी ने बताया कि ट्रक चालक के केबिन की छत से कुल 40 पैकेट बरामद किए गए, जिनमें चार लाख मेथमफेटामाइन की गोलियां (याबा) थीं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 40 करोड़ रुपये आंकी गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अब तक इस सीमांत क्षेत्र में 6,29,880 से अधिक याबा टैबलेट जब्त की गई हैं। वहीं मिजोरम में ही 5.2 करोड़ रुपए मूल्य की नशीली दवाएं जब्त की गयी हैं और इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मिजोरम पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों के साथ मिलकर सैतुअल जिले में दो अभियानों में 5.26 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन और मेथमफेटामाइन की गोलियां जब्त की हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को कहा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक अभियान आइजोल में चलाया गया जबकि दूसरा अभियान बृहस्पतिवार को सेलिंग में चलाया गया। पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) लालबियाकथांगा खियांगते ने बताया कि दो मणिपुरी और एक त्रिपुरा निवासी को प्रतिबंधित सामान रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान बृहस्पतिवार को आइजोल के बावंनकॉन में एक बोलेरो वाहन को रोका गया। उन्होंने बताया कि वाहन की तलाशी लेने पर 11.34 लाख रुपए कीमत की 378 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। खियांगते ने बताया कि जब्ती के सिलसिले में मणिपुर के चुराचांदपुर शहर से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। खियांगते ने बताया कि एक अन्य अभियान में सैतुअल जिले के सेलिंग गांव के बाहरी इलाके में एक ट्रक को रोका गया और चालक के कब्जे से 5.1 करोड़ रुपये मूल्य का 39.6 किलोग्राम मेथमफेटामाइन जब्त किया। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है।