गुवाहाटी : गुवाहाटी रिफाइनरी ने 1 जनवरी, 2024 को अपना 62वां स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत प्रख्यात साहित्यकार, सांसद और अग्रणी स्वर्गीय हेम बरुआ की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के साथ हुई, जिनके प्रयासों से रिफाइनरी का जन्म हुआ। रिफाइनरी वर्कर्स यूनियन कार्यालय के शहीद स्मारक पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिसके बाद जीके गोयारी, मुख्य महाप्रबंधक और रिफाइनरी प्रमुख द्वारा गुवाहाटी रिफाइनरी ध्वज फहराया गया। उत्सव के एक भाग के रूप में, प्लांट कैंटीन में एक कार्यक्रम आयोजित की गई जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों, आईओओए, जीआर यूनिट, रिफाइनरी वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधियों और यूनिट में तैनात बड़ी संख्या में आईओसीयंस ने भाग लिया। अपने संबोधन में, जीके गोयारी ने 62वें स्थापना दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर गुवाहाटी रिफाइनरी में तैनात सभी आईओसीयन को बधाई एवं प्रत्येक को नए साल की शुभकामनाएं प्रदान की ।
उन्होंने यूनिट के विकास में उनके योगदान के लिए सभी को बधाई दी और उनसे नए साल में किसी भी चुनौती के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। अपने भाषण में, श्री गोयारी ने यूनिट के पिछले वर्ष के प्रदर्शन और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और भविष्य की परियोजनाओं को साझा किया। उन्होंने 2046 तक नेट ज़ीरो लक्ष्य प्राप्त करने के लिए यूनिट द्वारा शुरू की जा रही विभिन्न प्रमुख परियोजनाओं और योजनाओं पर बात की। सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, श्री गोयारी ने सभी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने और सतर्क रहने पर जोर दिया। ताकि किसी भी प्रकार की रुकावट और दुर्घटना से बचा जा सके। उन्होंने सभी से अपनी उपलब्धियों पर गर्व करने और यूनिट के लिए विकास के एक और परिदृश्य को परिभाषित करने के लिए फिर से प्रतिबद्ध होने का आग्रह किया।
कार्यक्रम की शुरुआत गुवाहाटी रिफाइनरी गीत के साथ हुई, जिसके बाद सभी को असमिया, हिंदी और अंग्रेजी में स्थापना दिवस की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर, अध्यक्ष, इंडियन ऑयल और निदेशक (रिफाइनरीज) के संदेशों को क्रमशः श्री पी के बसुमतारी, मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) और श्री एच भट्टाचार्य, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) द्वारा पढ़ा गया। कार्यक्रम में कलेक्टिब्स सदस्यों द्वारा विचारों का आदान-प्रदान भी देखा गया। कार्यक्रम में सुरक्षा, रिवर्स ट्रेनिंग, ऊर्जा बचत आदि क्षेत्रों में उनके ठोस प्रयासों और उपलब्धियों के लिए व्यक्तिगत कर्मचारियों को पुरस्कार प्रदान की गई।