गुवाहाटी: पूर्वोत्तर भारत के अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक 'असम काजीरंगा विश्वविद्यालय में बीते 11 जुलाई को विश्वविद्यालय का 9वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया। यह समारोह 2023 बैच के पीएचडी सहित कुल 665 छात्रों के लिए आयोजित किया गया था। दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय की शैक्षणिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। यह समारोह जोरहाट के कराईखोवा स्थित विश्वविद्यालय परिसर में हुआ। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बसंत खेतान ने समारोह का उद्घाटन किया। वहीं असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेकर स्नातक छात्रों को बधाई दी और समाज के समग्र विकास के लिए विश्वविद्यालयों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने हमारे देश की समृद्ध सभ्यता और ज्ञान और बुद्धिमत्ता के साथ हम सभी को आगे बढऩे की जिम्मेदारी के बारे में बात की। मुख्यमंत्री ने छात्रों से जानकार बनने का आग्रह किया और चर्चा की कि शिक्षा कैसे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।

उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रबंधन, बुनियादी ढांचे और पूर्वोत्तर क्षेत्र में उच्च शिक्षा में इसके योगदान की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय को भविष्य में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक सहायता और मार्गदर्शन का भी आश्वासन दिया। असम काजीरंगा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बसंत खेतान ने दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए माननीय मुख्य अतिथि और सभी सम्मानित अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने देश की सामाजिक अर्थव्यवस्था में योगदान देने के लिए एक नवीन और उद्यमशीलता मानसिकता की आवश्यकता के साथ-साथ किसी के जीवन में अनुशासन और दृढ़ता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने जीवन की चुनौतियों का सामना करने में धैर्य और आत्मविश्वास के महत्व पर भी प्रकाश डाला। अंत में, उन्होंने एकता और ताकत के मूल्य पर जोर दिया, जो एक साथ खड़े होने से आती है।

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पी के मिश्र ने स्नातक करने वाले छात्रों की सराहना की और बधाई दी। समारोह के दौरान, डॉ. मिश्र ने क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाली उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने में असम काजीरंगा विश्वविद्यालय की ओर से निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर चर्चा की और क्षेत्र में उच्च शिक्षा परिदृश्य को बदलने के लिए अकादमिक उत्कृृष्टता लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. मिश्र ने गुणवत्ता और मूल्य-आधारित उच्च शिक्षा के माध्यम से क्षेत्र के भविष्य को आकार देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई। दीक्षांत समारोह में उपस्थित अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों में से काजीरंगा विश्वविद्यालय की निदेशक रेनी खेतान, असम सरकार के उद्योग, वाणिज्य और सार्वजनिक उद्यम विभाग और सांस्कृृतिक मामलों के माननीय मंत्री बिमल बोरा, असम सरकार के शिक्षा सलाहकार प्रोफेसर डॉ. ननी गोपाल महंत, काजीरंगा विश्वविद्यालय के शासी निकाय के सदस्य श्यानकानु महंत, काजीरंगा विश्वविद्यालय के शासी निकाय के सदस्य डॉ. प्रशांत गोस्वामी और काजीरंगा विछवविद्यालय के शासी निकाय के एक अन्य सदस्य शांतिकाम हजारिका  शामिल थे।