अखिल असम छात्र संघ (आसू) के मुख्य सलाहकार समुज्ज्वल कुमार भट्टाचार्य ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह पेगासस फोन निगरानी से भयभीत नहीं हैं और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि असम के लोगों में भट्टाचार्य और अल्फा (वार्ता समर्थक गुट) के महासचिव अनूप चेतिया के नाम बताए गए हैं। भट्टाचार्य ने भारतीयों की कथित निगरानी किए जाने को राष्ट्र विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में यदि केंद्र सरकार यह सोचती है कि हम अपने फोन टैप किए जाने से डर जाएंगे तो यह गलत है। हम डरेंगे नहीं। भट्टाचार्य ने कहा कि सीएए के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार इजराइली जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर अपने विरोधियों, पत्रकारों और असम के हितों के लिए आवाज उठाने वालों के खिलाफ निगरानी करने की कोशिश कर रही है। केंद्र सरकार अगर सोचती है कि फोन टैपिंग और खुफिया जानकारी हासिल कर हम पर दवाब बनाएगी तो ऐसा नहीं होगा। हम असम समेत पूर्वोत्तर के हितों के लिए गणतांत्रिक तरीके से विभिन्न मांगों के समर्थन में आंदोलन करते हैं और निकट भविष्य में भी करते रहेंगे। छात्र नेता भट्टाचार्य ने पूर्वांचल प्रहरी से फोन टैपिंग के मुद्दे पर अपनी स्थिति को साफ करते हुए कहा कि पेगासस विदेशी कंपनी है। अगर भारत सरकार की अनुमति से फोन टैपिंग किया जा रहा है तो यह लोकतंत्र तथा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या है। इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह को साफ करना चाहिए, क्योंकि यह देश की अखंडता और सुरक्षा पर खतरा का सवाल है यह देश तथा विशेषकर पूर्वोत्तर की अखंडता व सुरक्षा के लिए खतरा है और पेगासस की घटना की सच्चाई देश के सामने आनी चाहिए। भट्टाचार्य ने कहा कि आसू समय-समय पर असम की अखंडता व सुरक्षा के लिए आवाज उठाता आया है। मैं अपने पूर्वोत्तर के 30 अन्य सहयोगी संगठन और यहां के समाज के लोगों से प्रतिदिन विभिन्न मुद्दों पर बात होती है। आसू ने असम से अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी को भगाने के लिए आंदोलन किया और भारत सरकार के साथ असम समझौते किया, वहीं दूसरी केंद्र सरकार की ओर से लाया गया सीएए जो असम के हितों के खिलाफ है। हम हमेशा असमिया समाज के लिए आवाज उठाते आए हैं। अगर केंद्र सरकार यह मानकर चल रही है कि इस तरह के कार्य से आसू व अन्य संगठनों की आवाज को दबा देगी तो यह केंद्र की बड़ी भूल है।
जासूसी कराए जाने से भयभीत नहीं, सीएए के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई : समुज्ज्वल
