खगोलविदों में ब्रह्माण्ड के समय को लेकर काफी अलग धारणा है। यह हमारी दुनिया में समय को लेकर जो धारणा है उससे काफी अलग है। हमारे लिए 200 साल एक बहुत ही ज्यादा लंबा समय होता है, लेकिन अंतरिक्ष में तो करोड़ों और अरबों सालों की बात होती है। इसीलिए जब खगोलविदों को पता चला कि एक खगोलीय पिंड की उम्र 200 साल से ही कुछ ज्यादा है तो उन्होंने उसे नवजात मान लिया।
किसने खोजा इस तारे कोः नासा और यूरोपीय स्पेस एजेंसी के खगोलविदों ने अंतरिक्ष में एक न्यूट्रॉन तारा खोजा है। यह तारा 240 साल पुराना है, लेकिन फिर भी खगोलविद इसे खगोलीय नवजात शिशु कह रहे हैं। इसी साल मार्च में खोजे गए इस तारे को खगोलविदों ने स्विफ्ट जे1818.0-1607 नाम दिया है। इसका पता तब चला जब इसका बहुत बड़ा एक्स रे विस्फोट हुआ। इसके अध्ययन से पता चला कि इसकी उम्र 240 साल है।
क्या खास है इस न्यूट्रॉन तारे मेंः नासा के मुताबिक स्विफ्ट जे1818.0-1607 का हमारे सूर्य से दोगुना वजन है, जबकि उसका आयतन उससे करीब 1 खरब गुना कम होगा। इस तारे की एक खास बात और है कि यह मैग्नेटर्स की खास श्रेणी में आता है। मैग्नेटर्स ब्रह्माण्ड अंतरिक्ष के सबसे शक्तिशाली मैग्नेटिक पिंड होते हैं। इनका मैग्नेटिक फील्ड के न्यूट्रॉन तारे से हजार गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है और ये इंसान के बनाई सबसे शक्तिशाली चुंबकों से करोड़ गुना ज्यादा शक्तिशाली होती है।
पहली बार देखा गया इतनी कम उम्र का मेग्नेटरः नासा की प्रेस रिलीज में एक्सएमएन न्यूटन और न्यूक्लियर स्पेक्ट्रोस्कोपिक टेलीस्कोप ऐरे अवलोकन अभियान की प्रमुख अन्वेषक और बार्सिलोना में स्पेस साइंस इंस्टीट्यूट की शोधकर्ता नन्दा राय ने कहा कि इस पिंड से हमें मैग्नेटर के जीवन शुरुआती दौर के बारे में पता चलेगा। इससे पहले किसी भी मैग्नेटर को बनने के बाद इतनी जल्दी कभी देखा नहीं गया था।
और क्या खास है इस मैग्नेटर मेंः इस तारे की खोज इसलिए भी खास है कि यह एक्स रे के अलावा बड़ी मात्रा में गामा रे विकिरण भी उत्सर्जित करता है जो ब्रह्माण्ड में प्रकाश का सबसे बड़ा ऊर्जा प्रारूप है। लेकिन इसके साथ ही यह प्रकाश के सबसे छोटे ऊर्जा प्रारूप रेडियो तरंगों को भी उत्सर्जित करता है।