गुवाहाटी: असम की राजधानी शहर गुवाहाटी में इन दिनों विकास के नाम चारों तरफ अव्यवस्था फैली हुई है। इस अव्यवस्था में चाहे किसी की जान चली जाए सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उल्लेखनीय है कि बृहस्पतिवार को गणेशगुड़ी सड़क के किनारे विकास योजना के नाम सड़क खोद कर छोड़ दिया गया था। जिसमें एक छात्रा गिर गई और उसी वक्त वह एक स्कूल बस की चपेट में आ गई, जिसके कारण मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

स्थानीय लोगों ने गलत तरीके से बस चलाने और बच्ची को कुचलने को लेकर काफी हंगामा किया। लोगों ने सवाल करते हुए कहा कि स्कूल बस द्वारा दुर्घटना होने के काफी देर बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। सुबह में स्कूल में बच्चों की आवाजाही के बाद भी यातायात पुलिस की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। जिसके कारण विशेषकर स्कूल बस के चालक मनमानी तरीके से वाहन चलाते हैं। लोगों ने कहा कि राज्य सरकार विकास के नाम पर गुवाहाटीवासियों को परेशान कर रखी दी है।

वहीं दूसरी ओर असम प्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव और अखिल भारतीय पेशेवर कांग्रेस असम इकाई के गौरव सोमानी ने इस घटना पर शोक जताने के साथ ही शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल कामरूप (मेट्रो) प्रशासन की निंदा की। सोमानी ने कहा कि गणेशगुड़ी दुर्घटना के चपेट में लिटिल फ्लावर स्कूल की 11 वीं कक्षा की एक छात्रा प्रिया कुमारी की मौत बेहद दुखदायी है। यह तब घटी जब वे जेआईसीए द्वारा पाइप बिछाने के लिए खोदे गए मैनहोल में फंस गई और पासिंग स्कूल बस के नीचे आ गई।  जेआईसीए के ठेकेदारों की ओर से पाइप बिछाने का काम पूरा होने के बाद भी खोदी गई सड़कों की मरम्मत नहीं की। शहर की सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है।

अधिकांश स्वचालित ट्रैफिक सिग्नल फिर से मैन्युअल व्यवस्था में बदल जाते हैं जिससे सड़कों पर वाहन चलाते समय अराजकता देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन टोल फ्री नंबर जारी कर समस्याओं से बचने का रास्ता ढूंढे, ताकि लोगों को बचाया जा सके। कांग्रेस नेता गौरव सोमानी ने उल्लेख किया कि यह हमारे संज्ञान में आया है कि सरकार ने विधानसभा भवन में लगे सीसीटीवी में कैद गणेशगुड़ी दुर्घटना के वीडियो फुटेज को साझा करने के लिए विधानसभा के मार्शल सहित तीन कर्मचारियों को निलंबित कर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।