शिवसागर के  विधायक अखिल गोगोई के लिए सब कुछ ठीक नहीं है। चांदमारी थाना मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से उन्हें किसी भी समय गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। रायजर दल के प्रमुख और शिवसागर के विधायक अखिल गोगोई ने बुधवार को बताया कि एनआईए ने उनके चांदमारी पुलिस थाने के मामले को चुनौती देते हुए गुवाहाटी उच्च न्यायालय के समक्ष एक अपील दायर की थी जिसमें उन्हें पहले ही एनआईए अदालत ने 1 जुलाई, 2021 को बरी कर दिया था। असम विधानसभा सत्र के तीसरे दिन मीडिया से बात करते हुए गोगोई ने कहा  कि असम सरकार, विशेष रूप से मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कभी नहीं चाहते थे कि मैं जेल से बाहर आऊं। उन्होंने मेरे विरुद्ध षडयंत्र रचने का प्रयत्न किया; ताकि मैं जेल से बाहर न आऊं। अब जब से मैं जेल से बाहर आने के बाद राजनीतिक रूप से सक्रिय हो रहा हूं, गृह मंत्रालय, असम सरकार, विशेष रूप से एनआईए मेरे खिलाफ उस मामले में साजिश रच रही है, जिसमें अदालत ने मुझे दो हफ्ते पहले ही बरी कर दिया था। गोगोई ने यह भी दावा किया कि उन्हें किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता है। राज्य सरकार मेरे खिलाफ साजिश कर रही है, इसलिए मैं राज्य के लोगों से मेरी स्थिति के प्रति सचेत रहने का आग्रह करता हूं। मुझे किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता है। शिवसागर विधायक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वशर्मा को चुनौती देते हुए  कहा कि कोई भी उन्हें किसी भी राजनीतिक समझौते के लिए मजबूर नहीं कर सकता। उन्होंने कहा  कि एक जनप्रतिनिधि को इस तरह प्रताड़ित करना कतई स्वीकार्य नहीं है। मुझे उम्मीद है कि वे मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिशों को जल्द ही बंद कर देंगे।