धरती पर कई तरह के जीव-जंतु और पक्षी रहते हैं। पक्षियों को आपने पेड़ में बैठे या आसमान में उड़ते हुए देखा होगा। साथ ही जमीन बैठते या दाना चुगते हुए भी आपने पक्षियों को जरूर देखा होगा, लेकिन इस दुनिया में एक ऐसा भी पक्षी है जो जमीन पर कभी अपने पैर नहीं रखना चाहता है, इस पक्षी का नाम है हरियल। इस पक्षी का वैज्ञानिक नाम ट्रेरॉन फोनीकोप्टेरा और ये अपना घोंसला बरगद और पीपल के पेड़ों पर बनाकर रहता है।

हरियल पक्षी अपना घोंसला घास के तिनकों और पत्तियों से बनाता है। इस पक्षी के बारे में ये भी कहा जाता है कि ये अपना घोंसला घने और ऊंचाई वाले पेड़ों पर बनाना पसंद करते हैं। हरियल की शक्ल कबूतर जैसी होती है। साथ ही इस पक्षी का रंग स्लेटी और हरे रंग से मिला होता है। इसमें पीले रंग की धारियां होती हैं। इस पक्षी की चोंच मोटी और मजबूत होती है। आंखों का रंग नीला होता है और उसके चारों ओर गुलाबी घेरा होता है। इसे अंग्रेजी में ग्रीन पिजन कहते हैं यानी हरा कबूतर। ये पक्षी पतझड़ या सदाबहार जंगलों के पेड़ों पर रहना ज्यादा पसंद करता है।

इसे जमीन आना पसंद नहीं, इसलिए अपना सारा जीवन ये पेड़ों पर ही बिता देता है। इसकी उम्र करीब 26 वर्ष होती है और ये तीन सेंटीमीटर लंबा होता है। ये पक्षी आपको पेड़ के सबसे ऊपर के भाग पर बैठते हुए दिख जाएगा। हरियल पक्षी एक शाकाहारी पक्षी होता है और फल, पौधे के अंकुर और अनाज खाना पसंद करता है। भारत के अलावा ये पक्षी पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, बर्मा, चीन आदि देशो में भी पाए जाते हैं। कहा जाता है कि ये पक्षी बहुत शर्मीला होता है। इंसान के आते ही चुप्पी साध लेता है।