लखीमपुर : पुलिस उपनिरीक्षक जोनमोनी राभा की सड़क हादसे में हुई मौत की घटना ने नया मोड़ ले लिया है। साहसी पुलिस अधिकारी की मृत्यु के बाद ही लखीमपुर के बंगालमरा की हसीना बेगम नामक एक महिला ने संवाददाताओं के सामने सनसनीखेज खुलासे किए।  पुलिस उपनिरीक्षक राभा के संदर्भ में किए गए कई विस्फोटक खुलासे के बाद आज लखीमपुर के अतिरिक्तपुलिस अधीक्षक का अचानक तबादला कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि जिले में लंबे समय से चल रहे नकली सोने और नकली नोटों के व्यवसाय के संदर्भ में विस्फोटक खुलासे संवाद माध्यम में प्रकाशित होने के बाद लखीमपुर में पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध व्यवसायियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण लोगों में तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है। विशेष रूप से लखीमपुर पुलिस द्वारा अवैध व्यवसायियों का संरक्षण दिए जाने का आरोप कुछ दिन पहले हसीना बेगम द्वारा एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान लगाया गया था।

बंगालमरा महघुली की एक भुक्तभोगी इस महिला  की ओर से  विस्तारित रूप से दी गई जानकारी के बाद भी लखीमपुर पुलिस द्वारा अवैध कारोबारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से जिले के जागरूक लोगों द्वारा कई सवाल उठाए जा रहे हैं। नगांव जिले के जखलाबंधा के सरुभगिया में 37 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मध्यरात्रि सड़क दुर्घटना में पुलिस उपनिरीक्षक जोनमोनी राभा की मृत्यु के बाद लखीमपुर की हसीना बेगम ने लखीमपुर पुलिस विभाग व नकली सोने तथा नकली नोटों के अवैध कारोबार के खिलाफ पुन: कई विस्फोटक आरोप लगाए, वहीं नकली सोने व नोटों के कारोबार के खिलाफ राभा द्वारा कठोर कार्रवाई किए जाने के कारण ही उसकी मौत होने का संदेह गहराता जा रहा है। इस संदर्भ में नाउवैसा महघुली की हसीना बेगम नामक महिला ने जोनमोनी राभा की मौत के पीछे अवैध कारोबारियों के गिरोह का हाथ होने का संदेह व्यक्त किए जाने के साथ ही कई विस्पोट खुलासे के बाद सनसनी फैल गई है। हसीना बेगम के अनुसार उसकी दो दिन पहले जोनमोनी राभा से फोन पर बातचीत हुई थी। जिसमें राभा ने उन्हें अवैध व्यवसायियों द्वारा धमकी दिए जाने की बात कही थी। इसके साथ ही राभा ने नाउवैसा थाना प्रभारी संजीव बोरा द्वारा धमकी दिए जाने की जानकारी दी थी। इसके साथ ही बेगम ने लखीमपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रुणा नेउग द्वारा भी उसे धमकी दिए जाने की बात कही।

इतना ही नहीं बेगम ने रुणा बेगम के साथ उसकी फोन पर हुई बातचीत को भी सार्वजनिक किया, जो सामाजिक माध्यम पर तेजी से वायरल हो रहा है। हसीना बेगम के अनुसार जिले के बंगालमरा के साथ ही नगांव आदि के साथ ही पूरे राज्य में चल रहे नकली नोट और नकली सोने के कारोबार करने वाले गिरोह के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के कारण ही उक्त गिरोह  की ओर से  जोनमोनी राभा के खिलाफ झूठा आरोप लगाते हुए लखीमपुर थाने में शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके बाद पुलिस विभाग ने जोनमोनी राभा के खिलाफ जो त्वरित कार्रवाई की उसने साफ कर दिया कि लखीमपुर पुलिस की अवैध कारोबारियों के गिरोह के साथ मिलीभगत है। इसके साथ ही बेगम ने नाउवैसा थाने के प्रभारी अधिकारी द्वारा आमिना खातुन को स्वयं थाने बुलाकर शिकयत दर्ज करवाने का आरोप भी लगाया।

बेगम ने कहा कि नर्थ लखीमपुर प्रेस क्लब में गत अप्रैल महीने में उन्होंने एक पत्रकार सभा में बंगालमरा में लंबे समय से चल रहे नकली सोने और नकली नोट के अवैध कारोबार का मामला उठाते हुए लखीमपुर पुलिस का ध्यानाकर्षन किया था। लेकिन लखीमपुर पुलिस द्वारा इस अवैध कारोबार के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के विपरीत अवैध कारोबारियों के लिए रक्षात्मक रवैया अपनाने का आरोप भी बेगम ने लगाया। ऐसी परिस्थिति में अवैध कारोबारियों के गिरोह द्वारा दर्ज शिकायत के बाद पुलिस विभाग द्वारा जोनमोनी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियान चलाए जाना ही अवैध कारोबारियों के लिए पुलिस को कितनी सहानुभूति है यह दर्शाने की बात बेगम ने स्पष्ट रूप से कही। बेगम के अनुसार नाउवैसा पुलिस चौकी के प्रभारी अधिकारी और नकली सोने व नोटों के कारोबारियों के मास्टरमाइंड द्वारा जोनमोनी को धमकी दिए जाने की बात जोनमोनी ने उन्हें फोन पर कही थी और जोनमोनी  की सड़क हादसे में मौत होना, पूरी तरह से एक षड्यंत्र है।

वहीं दूसरी ओर नाउवैसा थाने के प्रभारी अधिकारी संजीव बोरा ने आज संवादाताओं के समाने हसीना बेगम द्वारा किए गए खुलासे और उनके द्वारा उसे धमकी दिए जाने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इस मनगढ़ंत कहानी  बताई। साथ ही बोरा ने जोनमोनी राभा द्वारा गत छह मई को अजगर अली को गिरफ्तार करने के लिए आने की जानकारी उन्हें नहीं देने का भी उल्लेख किया। दूसरी ओर हसीना ने लखीमपुर के बंगालमरा से नियंत्रित हो रहे नकली नोट व सोने के कारोबारियों के साथ पुलिस की मिलीभगत के संदर्भ में कई वीडियो के साथ ही कई तथ्य सार्वजनिक किए। वर्तमान पुलिस संचालक प्रधान के निर्देश के तहत पूरे घटनाक्रम की जांच की जिम्मेदारी अब सीआईडी के हाथों में है।