नगांव: मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा आज श्रीमंत शंकरदेव की जन्मस्थली बटद्रवा में उपस्थित होकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से शुभारंभ किए गए बटद्रवा प्रकल्प परियोजना के कामकाज का जायजा लिया। मालूम हो कि प्रकल्प का निर्माण बटद्रवा थान के आकाशी गंगा के किनारे 160 बीघे भूमि पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने असम सरकार की निधि से नवनिर्मित कार्यालय भवन, सभागार, सत्राधिकार के बैठने के आसन और बटद्रवा थान के गेस्ट हाउस का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बटद्रवा थान का दौरा करते हुए थान परिसर में चल रही विकास योजनाओं के काम-काज का जायजा लेने के बाद कहा कि अस्सी फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
वैष्णव संस्कृति के आधार पर चार बड़े घर, श्रद्धालुओं के लिए घर, प्रशासनिक भवन आदि बन रहे हैं। उन्होंने आज बाढ़ नियंत्रण विभाग को हाती पोखुरी, तेम्बुवानी जन के सौंदर्यीकरण और आकाशी गंगा जल के संरक्षण के लिए एक और नई परियोजना शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि भक्तों के खाने के लिए आकाशी गंगा के तट पर दो-चार रसोई घर बनाया जाएगा। बटद्रवा थान कार्यालय का निर्माण, सत्राधिकारियों के बैठने की व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण व्यवस्था, दामोदर आता भवन का निर्माण, सभाकक्ष, श्रद्धालुओं के बैठने, जापी बाटचरा का उन्नयन, फुटपाथों का निर्माण आदि कार्यों को सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शंकरदेव की जयंती से पहले इन आवासों का उद्घाटन करेंगे।
उन्होंने आज लोक निर्माण विभाग को अगले 6-7 दिनों के भीतर आकाशी गंगा के संरक्षण के लिए कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने बटद्रवा थान परिसर की दीवारों को फिर से बनाने की भी घोषणा की। बटद्रवा परियोजना का पहला और दूसरा चरण 2023 तक शुरु होने की बात भी कही।
उन्होंने कहा कि बटद्रवा परियोजना के प्रबंधन के लिए कुछ दिनों में गुवाहाटी में एक बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर को न केवल निर्माण बल्कि शंकरदेव कलाक्षेत्र जैसे सुंदर प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए एक नया दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। बटद्रवा थान के पास हाल ही में अतिक्रमण की गई जमीन पर सरकार सोलर पावर प्रोजेक्ट और स्पोट्र्स प्रोजेक्ट भी बनाएगी। मुख्यमंत्री ने बटद्रवा में पुराने बस अड्डे के पास स्टेट बैंक की शाखा का भी उद्घाटन किया।