शंखपुष्पी फूल के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। ये आयुर्वेद में बड़ी अच्छी जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। शंखपुष्पी के फूल से लेकर पत्ते और जड़ों का इस्तेमाल भी दवाइयों के लिए किया जाता है। इसके सेवन से याददाश्त तेज हो जाती है और एक्रागता बढ़ती है। शंखपुष्पी देसी जड़ी-बूटियों में एक अत्यंत गुणकारी तथा विशेष रूप से मस्तिष्क को बल देने वाली औषधि है। इसके फूल शंख की आकृति के होते हैं, इसलिए इसे शंखपुष्पी कहते हैं और बोलचाल की भाषा में शंखाहुली भी कहते हैं।

वैसे तो ये तीन रंग के पौधों में आता है-लाल, नीला और सफेद, लेकिन सफेद फूलों वाले शंखपुष्पी के पौधे को सबसे अच्छा माना जाता है। इसे याददाश्त में सुधार और एकाग्रता बढ़ाने में मददगार माना जाता है। शंखपुष्पी को भूख बढ़ाने में मददगार माना जाता है। जो लोग मानसिक कमजोरी, मानसिक कार्यभार या मानसिक तनाव के कारण हमेशा सिरदर्द की शिकायत रहते हैं उनके लिए शंखपुष्पी सीरप अधिक लाभकारी माना जाता है। ये  मस्तिष्क को शक्ति प्रदान करती है और नसों को शांत करती है, जिससे सिरदर्द की समस्या में राहत मिलती है। ये फूल सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। ये कई बीमारियों के लिए रामबाण इलाज है।