बरपेटा रोड: सीमावर्ती लोगों के सर्वांगीण विकास एवं कल्याण हेतु 27वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के कार्यक्षेत्र में शुरुआत किए गए नागरिक कल्याण कार्यक्रम को और विस्तृत करते वाहिनी के कमांडेंट अभिषेक आनंद की अगुवाई में मुख्य अतिथि टेक्सटाइल एवं हैंडलूम मंत्री यूजी ब्रह्म, विष्टि अतिथि मंटू बोड़ो, एक्जीक्यूटिव मेंबर, बोड़ोलैंड टेरिटोरियल रीजन और श्रीमती बंटी तालुकदार, अतिरिक्त डेपुटी कमिश्नर, बाक्सा ने 14 सोलर लाइट एवं वाहिनीं द्वारा गोद लिए गए विद्यालयों एवं क्लब को खेल के सामान तथा आत्मनिर्भर बनाने के लिए ट्रेनिंग के उपरांत सिलाई मशीन का वितरण किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गांव में बिजली की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों को राहत पहुंचाना तथा कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों में खेल की भावना को जाग्रत कर उनका बहुमुखी विकास करना है।
साथ ही वाहिनी द्वारा समस्त नागरिकों हेतु मैनापोखरी मंदिर के समीप शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। इस अवसर पर भारत भूटान बॉर्डर की महिलाओं के लिए चलाए गए 21 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाली सभी 36 महिलाओं के तीन समूहों में से प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली महिलाओं को सिलाई मशीन, आयरन प्रेस (कुल 9 पुरस्कार) तथा प्रत्येक महिलाओं को सिलाई-किट, बैग, डायरी इत्यादि पुरस्कार स्वरूप देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा डॉ. मंसूर रहमान सिकदर द्वारा लगभग 200 लोगों का मुफ्त इलाज व दवाइयों का वितरण किया गया। मुख्य अतिथि ने जन-मानस को संबोधित करते हुए बताया कि सशस्त्र सीमा बल कई सरकारी योजनाओ जैसे भर्ती-पूर्व रैली, शैक्षिक भ्रमण, मेडिकल उपचार, कौशल विकास कार्यक्रम एवं खेल विकास के माध्यम से वर्षों से सीमावर्ती लोगों को सहायता करती रही है।
कमांडेंट अभिषेक आनंद ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि पिछले 5 वर्षों में 27वीं वाहिनी द्वारा लगभग 50 लाख सीमावर्ती लोगों के कल्याण पर खर्च किया है, जिसमे हजारों लोग लाभान्वित हुए हैं। वहीं भर्ती पूर्व प्रशिक्षण से 34 युवाओं को पुलिस/सेना में रोजगार मिला है, जिसमें पांच महिलाएं शामिल हैं। हाल ही में शैक्षिक भ्रमण पर गए छात्र-छात्राओं को असम पुलिस के महानिदेशक एवं असम विधानसभा के स्पीकर से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ। इस अवसर पर इस कार्यक्रम में मौजूद रहे ग्रामीणों ने वाहिनी के द्वारा किए गए इस कार्य के लिए वाहिनी के कमांडेंट अभिषेक आनंद को एवं वाहिनी को धन्यवाद दिया एवं इस कार्य की सराहना भी की।