राज्य में  पहली अप्रैल से 26 जून तक कोविड संक्रमित व्यक्तियों की कुल संख्या दो लाख 80 हजार 504 दर्ज की गई, उनमें 0 से 18 वर्ष आयु वर्ग के 34,606 बच्चे संक्रमित पाए गए। आगे के विश्लेषण से पता चला कि कुल 5755 कोविड मामले 5 साल से कम के और 28851 मामले 6 से 18 वर्ष के आयु समूह के हैं। कोविड पॉजिटिव मामले विभिन्न जिलों में अलग- अलग हैं। कामरूप मेट्रो में सबसे ज्यादा मामले हैं जिनमें 5,346 बच्चे कोविड से संक्रमित पाए गए। जिले के कुल मामले 53,251 में से 10.04 प्रतिशत बच्चों के हैं। डिब्रूगढ़ जिले में कुल 2,430 बच्चे संक्रमित पाए गए। इस तरह इस मामले में 12.19 प्रतिशत  बच्चे संक्रमित पाए गए,जबकि यहां कुल संक्रमितों की संख्या 19,937 पाई गई। नगांव जिले के 15,910 मामलों में से  2,288 बच्चे हैं। इस तरह संक्रमित बच्चों का प्रतिशत 14.38  हैं। इस मामले में नगांव राज्यभर में तीसरे नंबर पर है। कामरूप ग्रामीण जिले में कुल 17,216 लोग संक्रमित हुए थे, जिनमें से 2,023 बच्चे थे। इस तरह संक्रमित बच्चों का प्रतिशत 11.75 आंका गया। इस तरह कामरुप ग्रामीण इस मामले में  चौथे स्थान पर है। कुल 13,239 कोविड मामलों के साथ शोणितपुर पांचवें स्थान पर है, जहां 1,839 बच्चे संक्रमित पाए गए,उनका संक्रमण प्रतिशत 13.89 है। राज्य के विभिन्न जिलों में गत 1 अप्रैल से 26 जून तक कोविड संक्रमण के कारण   शेष पृष्ठ 11 पर  18 वर्ष से कम आयु वर्ग के 34 मौतों की सूचना मिली है, जिनमें से कई खासकर 5 साल से कम के बीच के बच्चे जन्मजात रोग जैसे हृदय, गुर्दे, दुर्लभ विकृतियां आदि के भी मरीज थे। राष्ट्रीय हैल्थ मिशन,असम के मिशन निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों में लखीमपुर, विश्वनाथ, नगांव तथा डिब्रूगढ़ में कोविड संक्रमण के कारण आठ बच्चों की मौत हो चुकी है। चल रहे असम सामुदायिक निगरानी कार्यक्रम चरण 3 (एसीएसपी 3) के दौरान, कई बच्चे जो होम आइसोलेशन में रहे कोविड पॉजिटिव माता-पिता/अभिभावकों के साथ थे बाद में कोविड पॉजिटिव पाए गए। इसलिए यह सलाह दी गई है कि जिन माता-पिता/अभिभावकों ने कोविड पॉजिटिव का परीक्षण कराया है, उन्हें होम क्वारंटाइन के बजाए संस्थागत क्वारंटाइन का विकल्प चुनें ताकि बच्चों को कोविड-19 के संक्रमण से रोका जा सकता है।