जम्मू हवाई अड्डा परिसर(एयरफोर्स के टेक्निकल एरिया) में रविवार (27 जून) रात करीब दो बजे महज पांच मिनट के अंतराल में दो धमाके हुए। जिसमें हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत को नुकसान पहुंचा है। इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायुसेना के हवाले है। दूसरा धमाका खुले क्षेत्र में हुआ। विस्फोट में वायुसेना के दो कर्मी मामूली रूप से घायल हुए हैं। किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। इस वारदात के बाद जम्मू में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पाकिस्तान के आतंकवादियों ने संभवतः पहली बार ड्रोन के जरिए हमला किया है। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। अधिकारियों ने बताया कि पहला विस्फोट तड़के एक बजकर 40 मिनट के आसपास हुआ जिससे हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत ढह गई। इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायुसेना उठाती है और दूसरा विस्फोट छह मिनट बाद जमीन पर हुआ। विस्फोट में वायुसेना के दो कर्मी घायल हो गए। जम्मू- कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि वायु सेना स्टेशन पर हुआ हमला आतंकी हमला था। उन्होंने कहा कि पुलिस और अन्य एजेंसियां हमले के पीछे की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए साथ मिलकर काम कर रही हैं। आतंक रोधी जांच एजेंसी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम भी मौके पर पहुंच गयी है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि यह ड्रोन किधर से आया और जांच में जुटे अधिकारी दोनों ड्रोन के हवाई मार्ग का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। जम्मू हवाई अड्डे और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के बीच हवाई दूरी 14 किलोमीटर है। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि एक तरफ अधिकारी ड्रोन हमले की जांच में जुटे हैं वहीं एक बड़े हमले को टाल दिया गया। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उसके पास से छह किलोग्राम आईईडी बरामद की गयी। इस व्यक्ति को भीड़-भाड़ वाले स्थान पर आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी दी गयी थी। दिलबाग सिंह ने बताया कि संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। इस मामले में कुछ और संदिग्धों को पकड़े जाने की संभावना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने बताया कि उन्होंने वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल एच एस अरोड़ा से विस्फोटों के संबंध में बात की। भारतीय वायुसेना ने ट्वीट किया कि जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार तड़के कम तीव्रता वाले दो विस्फोट होने की सूचना मिली। ट्वीट में कहा गया कि इनमें से एक विस्फोट में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा, जबकि दूसरा विस्फोट खुले क्षेत्र में हुआ। किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। असैन्य एजेंसियों के साथ मिलकर जांच की जा रही है। इससे पहले सुबह में, रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू में वायुसेना स्टेशन में धमाके की खबर मिली है। इसमें कोई जवान हताहत नहीं हुआ है और न ही कोई साजो-सामान क्षतिग्रस्त हुआ है। जांच चल रही है और विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है। उल्लेखनीय है कि जम्मू हवाई अड्डा एक असैन्य हवाई अड्डा है और एटीसी (वायु यातायात नियंत्रण) भारतीय वायुसेना के अधीन है। जम्मू हवाई अड्डे के निदेशक प्रवत रंजन बेउरिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि विस्फोट के कारण उड़ानों के परिचालन में दिक्कत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जम्मू से आने-जाने वाली उड़ानों का तय कार्यक्रम के मुताबिक परिचालन हो रहा है।