इस दुनिया में कई अनोखी चीजें हैं जिनके बारे में आपने कभी सुना या पड़ा नहीं होगा। अब आज हम भी एक अनोखी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं। जी दरअसल हम आपको बताने जा रहे हैं एक चाय के बारे में जो केवल पूर्णिमा की रात को तोड़ी जाती है। जी हां, यह चाय दार्जिलिंग में मिलती है। आपको बता दें कि दार्जिलिंग में चाय के 80 से ज्यादा बागान हैं और यहां मौजूद हर एक बागान में अपने तरह की अनूठी, शानदार खुशबू वाली चाय तैयार की जाती है। इस वजह से दुनिया भर में दार्जिलिंग टी मशहूर है। वैसे हम जिस चाय के बारे में बात कर रहे हैं उसका नाम सिल्वर टिप्स इम्पीरियल चाय है। यह पूर्णमासी की रात में ही तोड़ा जाता है। जी दरअसल दार्जिलिंग में सबसे पुरानी चाय फैक्टि्रयों में मकईबारी का नाम शुमार और यही यह चाय मिलती है। कहा जाता है यह दुर्लभ किस्म की चाय यानी सिल्वर टिप्स इंपीरियल के लिए पत्ती तोड़ने से लेकर बनाने की प्रक्रिया अलग किस्म की है। जी दरसल यहां 1 साल में जितनी भी पूर्णिमा की रात होती है उसी की रोशनी में इस चाय को तैयार करने के लिए पत्तियों को तोड़ा जाता है। यहां रहने वाले लोग कहते हैं इस चाय में धरती का हर जादू, ब्रह्मांड का हर राज और मिट्टी की सारी ताकत समाई हुई है। इसी के चलते चांदनी रातों में बागान मजदूरों की टोलियां इस चाय की कलियां चुनती हैं। आपको बता दें कि सिल्वर टिप्स इम्पीरियल की बेहद खास चाय पत्ती को भोर होने से पहले ही पैक कर दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि सूरज की किरणें पड़ने से इसकी आभा, इसकी खुशबू पर असर पड़ता है। दूसरी तरफ इस चाय को पूर्णमासी को तोड़ने की वजह बताते हुए यह कहा जाता है कि समुद्र में इस वक्त ज्वार आता है। जो बहुत ताकतवर होता है। इस दौरान पूरे ब्रह्मांड की शक्ति धरती पर असर डालती है। इसी के चलते इस दौरान जो चीज भी तैयार की जाती है, वो बहुत ताकतवर होती है। इसी के चलते सिल्वर टिप्स इम्पीरियल को इस दौरान तैयार किया जाता है।
केवल पूर्णमासी की रात को यहां तोड़ी जाती है चाय
