ऑयल इंडिया लिमिटेड क्षेत्र मुख्यालय दुलियाजान द्वारा अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों और नराकास सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों के लिए ऑनलाइन के माध्यम से एक राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला में श्री राजीव बरूआ मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन)  ऑयल  त्रिदीब सैकिया, महाप्रबंधक (जन संपर्क) ऑयल के साथ-साथ ऑयल एवं नराकास, दुलियाजान के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यशाला में ऑनलाइन के माध्यम से मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. अच्युत शर्मा, पूर्व विभागाथ्यक्ष, गुवाहाटी विश्वविद्यालय, मार्गदर्शक के रूप में बदरी यादव, उप निदेशक (कार्यान्वयन), राजभाषा विभाग, भारत सराकर एवं विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ. कुल प्रसाद उपाध्याय, सहायक निदेशक (राजभाषा) तेजपुर विश्वविद्यालय ने भाग लिया। कार्यशाला की शुरूआत में  हरेकृष्ण बर्मन  उप महाप्रबंधक (राजभाषा) ने सभी अतिथियों एवं विभिन्न संस्थानों से जुड़े प्रतिभागियों का स्वागत किया एवं कार्यशाला के उद्देश्य की व्याख्या की। मुख्य वक्ता के रूप में विराजमान डॉ. अच्युत शर्मा पूर्व विभागाध्यक्ष  हिंदी विभाग गुवाहाटी विश्वविद्यालय ने विकास और विश्वास की भाषा के रूप में हिंदी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अपनी भाषा से समाज की उन्नति होती है। हिन्दी सिखना, सिखाना, बोलना और समझना तथा कार्यालय में काम करना भी राष्ट्र सेवा है।